Surguja News : राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों को बनाना था इलेक्ट्रीशियन ,लेकिन एनजीओ ने पैसों का किया बंदरबांट
लोकेशन/सरगुजा
सरकार विशेष संरक्षित जनजाति कोरवाओं के उत्थान और रोजगार के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन क्या हो अगर उत्थान और रोजगार की ये योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाए देखिए ये रिपोर्ट
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दरअसल पहाड़ी कोरवाओं को इलेक्ट्रिशियन ट्रेनिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है जिसमें एक एनजीओ ने 27 पहाड़ी कोरवाओं को फर्जी तरीके से ट्रेनिंग देकर लाखों रूपये का फर्जीवाड़ा किया है ….हैरत की बात यह है किसी भी पहाड़ी कोरवा को इलेक्ट्रिशियन का काम तक नहीं आता,, मामला सरगुजा जिले के बतौली
विकासखंड के ग्राम घोघरा का है जिन्हें कौशल विकास योजना के तहत कोरवा युवाओं को इलेक्ट्रिशियन का ट्रेनिंग देने के लिए 9 लाख 45 हजार रुपये सेंसन किए गए,, इस योजना में एनजीओ को प्रत्येक कोरवा युवाओं को प्रशिषण देने पर 35 हजार की राशि प्राप्त होनी थीसरकार की मंशा थी कि पहाड़ी कोरवा युवा ड्राइलेक्ट्रिशियन का प्रशिक्षण
सीख कर अपना जीवन यापन आसानी से कर सकें,, जिसके लिए जनपद पंचायत बतौली के द्वारा एनजीओ ग्रामीण साक्षरता सेवा संस्था को एजेंसी बनाकर काम दे दिया गया.. लेकिन एनजीओ के द्वारा कोरवा युवाओं के साथ मनमाने तरीके से 60 से 80 वर्ष के कोरवा महिला और पुरुषों को भी ट्रेनिंग दिया गया , इलेक्ट्रिशियन प्रशिक्षण 45 दिन
तक देना था एक या दो दिन का प्रशिक्षण देकर पूरी राशि निकाल लिया गया वही हद तो तब पार हो गई जब इस ट्रेनिंग की सूचि में एक मृतक का नाम भी शामिल किया गया
बाइट _01 _दशरथ राम _ पीड़ित
बाइट 02 _ सुडियार पीड़ित
वीओ02 आर टी आई से मिले दस्तावेजों की जानकारी मिलने के बाद इलेक्ट्रिशियन ट्रेनिंग के नाम पर भ्रस्टाचार सामने आया वही आरटीआई कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत जिले के कलेकटर और पुलिस में की है वही पुलिस अभी जांच कर रही है और दोषी पाए जाने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की बात कह रही है
बाइट _03 _ ए एन पाण्डेय _ आरटीआई कार्यकर्ता
बाइट _04 _धुवेश कुमार जायसवाल _ एस डी ओ पी
बहरहाल सवाल यह है कि उन 27 पहाड़ी कोरवाओं का क्या,, जिनके नाम पर सरकार ने योजना के माध्यम से लाखों रुपए दिए,, जिन्हें इलेक्ट्रिशियन का काम तक नहीं आता वही एन जी ओ को पैसा निकालने की इतनी जल्दबाजी थी की मृत कोरवा के नाम को भी ट्रेनिंग के लिस्ट में शमिल कर लिया पुलिस जांच कर रही है अब देखने वाली बात यह होगी की इन पहाड़ी कोरवाओं के उथान के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले इन भ्रष्ट्राचारियों पर क्या कार्यवाही होती है