:हिंगोरा सिंह:
अम्बिकापुर: जिले में कुपोषण को जड़ से समाप्त करने कलेक्टर विलास भोसकर के निर्देशन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा “सुपोषित सरगुजा अभियान” और “मुख्यमंत्री अन्नकोष योजना” का शुभारंभ किया गया । यह अभियान जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) मद से संचालित किया जा रहा है।

जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज 6 माह से 6 वर्ष तक के लगभग 9500 कुपोषित बच्चों को अब सप्ताह में छह दिन अतिरिक्त पोषण आहार उपलब्ध कराया जाएगा। सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को बच्चों को अंडा या केला, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भुने चने का सत्तू और गुड़ दिया जाएगा।
यह व्यवस्था टेक होम राशन और गरम भोजन योजनाओं के पूरक के रूप में शुरू की गई है। कुपोषण से जूझ रहे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार लाने और उनके शारीरिक व मानसिक विकास को गति देने की दृष्टि से यह कदम सराहनीय माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री अन्नकोष योजना: पहाड़ी कोरवा महिलाओं को मिलेगा पौष्टिक दाल-चना
विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के लिए चलाई जा रही इस योजना के तहत जिले की 214 गर्भवती और 245 शिशुवती महिलाओं सहित कुल 459 पहाड़ी कोरवा हितग्राहियों को प्रतिमाह, 1 किलोग्राम चना, 1 किलोग्राम मूंग दाल निःशुल्क प्रदाय किया जाएगा। साथ ही उन्हें इन खाद्यान्नों के उचित उपयोग व पकाने की विधियों के बारे में भी बताया जाएगा।

वर्तमान में इन महिलाओं को सप्ताह में एक बार 900 ग्राम रेडी टू ईट पैकेट दिए जाते हैं, लेकिन यह पोषण के लिए अपर्याप्त है, विशेषकर तब जब शिशु पूर्णतः स्तनपान पर निर्भर होता है। इस नई पहल से गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक पोषण मिलेगा।
यह अभियान प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन) के व्यापक उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य विशेष पिछड़ी जनजातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।
