:राजकुमार मल:
बलौदाबाजार-भाटापारा- रिकॉर्ड 13 संस्थान। 95 सैंपल की सख्त जांच।
फौरी परीक्षण में खराब पाया गया 2 किलो मिल्क केक मौके पर ही नष्ट करवा दिया गया।
जिले के चार शहरों में हुई औचक जांच में मिले परिणामों को देखकर
खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने अब त्यौहारों के बाद भी
सख्त जांच करने की ठान ली है क्योंकि खाद्य कारोबार में
व्यापक सुधार की संभावना है। जांच के दायरे में खुले एवं पैक्ड मसाले भी आ सकते हैं।

इन सैंपलों की जांच स्टेट लैब में
आशु किराना स्टोर्स और शिवांश मार्केटिंग कसडोल, जायसवाल किराना स्टोर्स कटगी और प्रेम प्रकाश फूड्स एवं दुर्गा पल्सेस भाटापारा की सख्त जांच की गई। संदेहास्पद थी गुलाब जामुन मिक्स, मैदा, चना बेसन, सूजी, खाद्य तेल, घी, दाल और पोहा की गुणवत्ता। लिहाजा इनके सैंपल राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट उपरांत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
मिल्क केक का नष्टीकरण
सख्त तेवरों के बीच हुई जांच में बलौदा बाजार के मनमीत स्वीट्स, दुर्गा स्वीट्स, नीलकमल स्वीट्स और रुपड़ा स्वीट्स में विक्रय की जा रही मिठाइयों की न केवल जांच की गई बल्कि चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में परीक्षण भी किया गया। निशाने पर भाटापारा के साहू होटल, यादव होटल, शहजादा डेली नीड्स और शिफा बिरियानी सेंटर भी थे। इन संस्थानों से बेसन लड्डू, बूंदी के लड्डू, बादाम पेड़ा, कलाकंद, मिल्क केक, काजू कतली, गुलाब जामुन, सेंव पापड़ी के नमूने लिए गए । इनमें दुर्गा स्वीट्स बलौदाबाजार का मिल्क केक अमानक मिलने की स्थिति में नष्ट करवाया गया।

दिए यह निर्देश
जांच के दौरान खुले में रखी खाद्य सामग्रियों को ढंक कर रखना, किचन में पर्याप्त सफाई व्यवस्था और किचन स्टाफ के लिए आवश्यक हैंड ग्लव्स, कैप, मास्क की अनिवार्यता की हिदायत दी गई। इसके अलावा खाद्य सामग्रियों के निर्माण में अखाद्य रंगों के उपयोग से बचने की सलाह दी गई है।
सघन जांच अभियान अब सतत जारी रहेगा क्योंकि खाद्य एवं पेय पदार्थ के कारोबार में व्यापक सुधार की जरूरत है।
- अक्षय सोनी, अभिहित अधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, बलौदाबाजार
