कोरिया। जिला कलेक्टर चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के प्रयास तेज हो गए हैं। इसी क्रम में 26 नवंबर को जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र गुप्ता ने जिले के कई स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर खामियां पाए जाने पर 7 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान विद्यालयों की उपस्थिति पंजी, छात्रों की उपस्थिति और पढ़ाई की गुणवत्ता का गहन मूल्यांकन किया। श्री गुप्ता ने बच्चों को दी जाने वाले मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता, किचन की साफ-सफाई का भी जायजा लिए। इस दौरान बैकुंठपुर विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला पंडोपारा और महोरा स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों द्वारा अपने दायित्वों की अनदेखी के प्रमाण मिले।
इन शिक्षकों को देना होगा स्पष्टीकरण
सदन कुमार सिंह, मंजुलता बरवा, रितेंद्र सिंह, वीरेंद्र कुमार निषाद, बेबी सोनवानी, नीला सोनवानी, और पुष्पा भगत पर पढ़ाई की गुणवत्ता में कमी, छात्रों की उपस्थिति में गिरावट और शैक्षणिक सुधारों के प्रति उदासीनता बरतने की वजह से कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है।
कार्रवाई के निर्देश
इन शिक्षकों को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए तीन दिनों के भीतर संतोषजनक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। समय सीमा में जवाब न मिलने या जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की सख्ती
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कदम छात्रों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने और शिक्षकों को अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
Strict action- शिक्षा व्यवस्था पर कड़ी कार्रवाई, 7 शिक्षकों को नोटिस
27
Nov