Spacial News: रियासतकाल से विराजमान हैं लंबोदर…168 साल से हो रही है पूजा

मंदिर को ऐसा बनाया गया है कि जब सूरज उगता है तो सूरज की रोशनी गणेश भगवान स्पर्श कर प्रणाम करती है और शाम को जब डूबता है तो भी गणेश भगवान स्पर्श कर सूरज की रोशनी प्रणाम करती है

रियासत कालीन गणेश मंदिर की पुजारी जुगल किशोर झा ने बताया यह सबसे पुराना और राजनांदगांव का पहले गणेश मंदिर है जहां विधि विधान से 11 दिन गणेश भगवान की पूजा होती है और साज सज्जा होती है अथर्व शीष और अन्य पाठ पूरे पूरे 11 दिन होता है. पिछले 10 वर्षों में 168 चांदी के छत्र चांदी की चढ़ाई जा चुके हैं. यहां के राजा के हम लोग राजपुरोहित हैं जुगल किशोर झा राज पुरोहित थे और मैं उनका पुत्र हूं 10 साल से सेवा कर रहा हूं।

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