Snake Poison : सदगुरु ने कैसे पिया सांप का जहर? जाने पूरी स्टोरी
Snake Poison : सांप का नाम सुनते ही जहां बहुत लोगों को डर लगता है, वहां भारत के एक प्रसिद्ध वक्ता सदगुरु ने ओपन स्टेज में सांप का विष पी गए। तो अब सवाल यह आते हैं, कैसे? और क्या हम भी ऐसे सांप का विष पी सकते हैं? जानते हैं पूरी जानकारी इस ब्लॉग में।
Snake Poison : देखिए, दुनिया में कई तरह के सांप पाए जाते हैं, जिनमें सिर्फ 600 प्रजाति के सांप ऐसे हैं जिनमें विष है। और सांप ज्यादातर शांत स्वभाव के होते हैं जो जानबूझकर कभी इंसानों को हमला नहीं करते।
वहीं दूसरी तरफ ब्लैक मैम्बा या इंडियन किंग कोबरा जैसे सांप भी हैं जो कि बहुत ही प्रभावशाली स्वभाव के हैं। किंग कोबरा लगभग 3 मीटर दूर से शिकार के ऊपर उसका विष फेकता है, और अगर आपके आंखों में यह विष चला गया तो आप हमेशा के लिए अंधे हो सकते हो। किंग कोबरा का दो बूंद विष भी एक इंसान को मरने के लिए काफी होता है।
अगर आप सांप के विष को पीना चाहते हो तो आपको जानना होगा कि सांप का विष कैसे काम करता है? सांप का विष आपके रक्त पर असर दिखाती है, और रक्त के संपर्क में आते ही वह उसे जमा देती है। इस श्रेणी के विष को “वेनम” कहा जाता है।
अगर आप सांप का विष पीले तो आपको कुछ नहीं होगा, क्योंकि सांप का वेनम जब तक रक्त के संपर्क में नहीं आता तब तक वह एक प्रोटीन है, जो कि हमारे पाचक नाली में अन्य प्रोटीन जैसे ही पच जाएगी।
पर अगर आपके मुँह से लेकर पाचक नाली के किसी भी हिस्से में कोई भी काटा हुआ स्थान हो, तो वेनम वहां से आपके रक्त के संपर्क में आएगी और रक्त को क्लोड कर देगी। इसका असर आपको नर्वस सिस्टम और ब्रेन पर भी दिखेगा, जो कि सही समय पर उपचार न होने पार आपको मौत के घाट उतार सकती है।
इसलिए सदगुरु जी ने जो विष पीके ओपन स्टेज में दिखाया था, वो नॉर्मल जीवन में बहुत रिस्की है। हालांकि प्राचीन काल में बहुत लोग अपने शरीर में धीरे-धीरे विष को डालते थे ताकि इसके विषुण उनके बॉडी में इम्यूनिटी बन सके। पर यह करना बहुत ही ज्यादा रिस्की है, इसलिए ऐसा काम करने का आप कभी भी कोशिश ना करें।