:संजय सोनी:
भानुप्रतापपुर। श्री कृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव के पावन पर्व पर नगर के श्री राधा कृष्ण मंदिर में
आयोजित संगीतमय सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस
भागवताचार्य पंडित अविनाश जी ने श्री कृष्ण बाल लीला, माखनचोरी, गऊचरण लीला,
गोवर्धन पूजा, एवं छपन भोग की कथा बताई।

भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव वृंदावन धाम में 6 माह तक मनाते रहे। ततपश्चात कृष्ण- पूतना प्रसंग सुकदेव महाराज ने राजा परिक्षीत को बता रहे है। भगवान कृष्ण को मारने आई पूतना को भी माँ का दर्जा दिया।
गोविंद कभी किसी को पकड़ता नही यदि पकड़ ले तो उसे कभी छोड़ते नही। महाराज जी ने बताया कि राम के द्वारा उद्धार को गिना जा सकता है लेकिन उनके नाम से कितने का उद्धार हुआ है वह असीमित है जिसे गिना नही जा सकता।
श्री राधा कृष्ण प्रतियोगिता नन्हे-नन्हे बच्चों ने भाग लिया
भानुप्रतापपुर। सांई सेवा समिति के द्वारा शनिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर श्री राधा कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता दो वर्ग में 0 से 5 वर्ष के बच्चे एवं 5 से 10 वर्ष के बीच रखा गया। नगर सहित आस-पास क्षेत्र के कई बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया।

निर्णायक टीम थानु राम साहू, सुनीता साहू एवं मेघा दास ने 1 से 5 साल तक कृष्ण में प्रथम हर्षित मेहता, द्वितीय कृष, तृतीय वैभवी पवार, एवं राधा में नायशा, ओजल, शिवन्या वही 6 साल से 10 साल तक कृष्ण प्रथम रुद्रांश नशीन द्वितीय परिधि गांधी, तृतीय कान्हा वही राधा में वान्या देवांगन रही। जिन्हें नगद पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
श्री राधा कृष्ण मंदिर में आयोजित इस प्रतियोगिता शाम 7 बजे से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के तहत पंडित अविनाश जी ने बताया कि सांई बाबा सेवा समिति के द्वारा श्री राधा कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता वाकिया सराहनीय है।
निश्चित ही बच्चे इससे अपने सनातन समाज, देवी-देवताओ व संस्कृति को समझेंगे पहचानेंगे। जिन माता पिता ने अपने बच्चों को श्री राधाकृष्ण बनाये है निश्चित ही अंश बच्चों में रहेगा ही भविष्य में राष्ट्र के प्रति उनके विचारधारा भी बदलेंगे व सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आएंगे।