सीनियर चौंके, जूनियर ने मारी बाजी, विकास शील बनेंगे छत्तीसगढ़ के 12वें मुख्य सचिव

रायपुर। छत्तीसगढ़ की नौकरशाही में बड़ा उलटफेर हुआ है। मुख्य सचिव की रेस में सीनियर अफसर रेणु जी पिल्ले, सुब्रत साहू , मनोज पिंगुआ और अमित अग्रवाल को पीछे छोड़ते हुए 1994 बैच के आईएएस विकास शील ने बाजी मार ली है। यह फैसला केंद्र स्तर पर हुआ और राज्य सरकार के अफसरशाही गलियारों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इतना ही नहीं अटकलें लगाई जा रही थी कि , सीएम के साथ विदेश दौरे पर गए वर्तमान मुख्यसचिव अमिताभ जैन को भी एक्सटेंशन मिल जाएगा। लेकिन क्या पता था सिर्फ ये एक अफवाह बनकर रह जाएगा।

मनीला स्थित एशियाई विकास बैंक से विकास शील का रिलीव आदेश जारी हो चुका है। वहीं उनकी आईएएस पत्नी निधि छिब्बर भी नीति आयोग से रिलीव हो रही हैं। इतनी तेजी से हुए इन आदेशों ने रायपुर की ब्यूरोक्रेसी में बैठे अनुभवी अफसरों को भी चौंका दिया है। 12 सितंबर को डीओपीटी ने पत्र जारी किया और महज चंद दिनों में सब कुछ तय हो गया।

जानकारी के मुताबिक विकास शील अगले हफ्ते रायपुर लौट रहे हैं। आदेश किसी भी दिन जारी हो सकता है। सरकार जोखिम टालने के लिए नियुक्ति पर देर नहीं करना चाहती।

मजबूत प्रशासनिक पृष्ठभूमि


देहरादून के निवासी विकास शील को शुरुआत में मध्यप्रदेश कैडर मिला था, लेकिन नवंबर 2000 में राज्य पुनर्गठन के बाद वे छत्तीसगढ़ कैडर में आ गए। कोरिया, बिलासपुर और रायपुर कलेक्टर रहते हुए उन्होंने प्रशासनिक कार्यकुशलता की छाप छोड़ी। सचिव स्तर पर वे स्कूल शिक्षा, खाद्य, सामान्य प्रशासन और स्वास्थ्य जैसे अहम विभाग संभाल चुके हैं।

ब्यूरोक्रेसी में हलचल


इस अप्रत्याशित नियुक्ति ने सत्ता और प्रशासन के गलियारों में हलचल मचा दी है। जहां सीनियर अधिकारी किनारे हो गए, वहीं जूनियर अफसर ने मुख्य सचिव की कुर्सी हासिल कर यह जता दिया है कि दिल्ली से चली चकरी का असर रायपुर तक गहराई से महसूस होता है।

आपके द्वारा उल्लेखित छत्तीसगढ़ के छह आईएएस अधिकारियों के बैच और अनुमानित आयु इस प्रकार हैं:

  1. रेणु जी. पिल्ले: 1991 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
  2. सुब्रत साहू: 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं
  3. अमित अग्रवाल: 1993 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
  4. मनोज पिंगुआ: 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
  5. विकास शील: 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
  6. निधि छिब्बर: 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
    परिपाटी के अनुसार सीनियर बैच के अधिकारी को उससे जूनियर बैच के अधिकारी के अंडर में मंत्रालय में पोस्टिंग नहीं दी जाती ऐसे में सुब्रत साहू अब केवल छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में डायरेक्टर जनरल ही रह पायेंगे । मंत्रालय से उनका विभाग हट जायेगा । ऐसा ही रेणु पिल्ले , मनोज पिंगुआ जो समान बैच के हैं उन्हें भी अंयत्र यानी छत्तीसगढ़ राजस्व मंडल , माध्यमिक शिक्षा मंडल जैसी जगह पर पदस्थ किया जा सकता है

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