विधायक ने डीई पर नाराजगी जताते हुवे घेराव की दी चेतावनी
गर्मी व पेयजल की समस्याओं से जनता परेशान
दिलीप गुप्ता
सरायपाली
शनिवार की शाम लगभग 4 बजे कज़हेतर में भारी आंधी व तूफान की वजह से अनेक झाड़ व टीन के शेड हवा में उड़ते व उखड़ते दिखाई दिये । सिर्फ हवा चलने पर ही बिजली विभाग वाले लाइन बन्द कर देते हैं ।भारी हवा के चलते शाम को जो लाइट गुल हुई वह रविवार की दोपहर 3 बजे तक नही आई थी । बिजली से चलने वाले व्यवसाय व पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गए है।
सबसे दुखद क्षेत्र के नागरिकों के लिए यह है कि सरायपाली में बिजली विभाग का संभागीय कार्यालय तो है पर आम जनता की समस्याओं व नियमित बिजली की आपूर्ति की जानकारी देने के लिए कोई भी जिम्मेदारी नही लेता । कहने को विभाग द्वारा पूछताछ केंद्र तो बनाया गया है पर यहां पदस्थ कर्मचारी कभी न फोन रिसीव करेंगे न कभी सही ढंग से जवाब देंगे । फोन या तो बन्द रहेगा या व्यस्त टोन में डालकर आराम फरमाते रहेंगे । आम जनता व उपभोक्ताओं से इन्हें कोई लेना देना नही है ।
इस संबंध में विधायक चातुरी नन्द ने सम्भागीय यंत्री टिकेश्वर पटेल से फोन पर चर्चा करते हुवे बिजली बन्द व अघोषित बिजली कटौती की जानकारी ली । संतोषजनक जवाब नही मिलने पर विधायक ने कहा कि सरायपाली नगर के साथ ही क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से नगरवासी , व्यवसायी व ग्रामीणजन भारी परेशान है। इस अघोषित बिजली कटौती से भीषण गर्मी के कारण सभी परेशान हैं तो सर्वाधिक परेशानी पेयजल उपलब्धता को लेकर है । आज 15 से 20 ऐसे गांव हैं जहां ट्रांसफार्मर नही है , या जल गयें हैं या बदले ही नही गये हैं जिसकी वजह से गांव में विद्युत की सप्लाई नही हो पा रही है । लो बिजली के अभाव में पेयजल की भारी किल्लत हो रही है ।
आज भी कुछ गांव ऐसे हैं जहां 15 -20 दनो से बिजली नही है । इसके साथ ही ग्राम बूटीपाली, स्वरूपपुर, छूहीपाली, बुद्धूडोंगर सहित कई गांवों में ट्रांसफार्मर खराब होने के चलते कई दिनों से बिजली बंद है। इसकी मौखिक जानकारी विद्युत विभाग के अधिकारियों को देने के बावजूद बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं की जा रही है।
विधायक चातुरी नन्द ने विद्युत विभाग के इस जिम्मेदार अफसर को फोन पर दो टूक चेतावनी देते हुवे कहा कि जब शिकायत कर्ता आपके कार्यालय शिकायत लेकर पहुंच रहा है तो उसका समुचित समाधान करना चाहिए । जब विधायक व चुने हुवे जनप्रतिनिधियों आपको जानकारी देते है उसके बाद भी 15 दिनों तक समाधान नही होता है तो यह आपकी कैसी व्यवस्था है । गांव में ट्रांसफॉर्मर लगाने के नाम से 15 से 20 हज़्जर रुपये की मांग की जा रही यह कहाँ तक जायज है । विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुवे कहा कि यदि जल्द बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया वे पार्टी कार्यकर्ताओं , ग्रामीणजनों व प्रभावित नगरवासियो के साथ आपके विरुद्ध हम धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
इस संबंध में संभागीय यंत्री टिकेश्वर पटेल ने जानकारों देते हुवे बताया कि हम लगातार फाल्ट ढूंढ रहे हैं । कुछ स्थानो पर विद्युत व्यवस्था बहाल कर दी गई है । ट्रांसफार्मर लगाने के नाम से पैसे मांगे जाने की शिकायत को खारिज करते हुवे श्री पटेल ने कहा कि यह कृत्य कोई दलाल कर रहा होगा विभाग ऐसा नही करता ।
इस सबके बावजूद यह नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि पिछले 36 घंटो से नगर व क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ध्वस्त है पर इसके खिलाफ न सत्ताधारी के जनप्रतिनिधियों , नेताओ , विपक्षी पार्टी , नामी गिरामी सामाजिक संस्थाए , व अन्य कोई भी संगठन के लोग विरोध में न सामने आए न ही किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन किया गया । इसी वजह से सरायपाली प्रत्येक मामलो में अपने निजी स्वार्थ के चलते पीछे चलता है ।