शब्दों के जाल से नगरवासियों को भ्रमित किया जा रहा
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। नगर में गौरवपथ निर्माण में किये गए बदलाव व नपाध्यक्ष व पूर्व नपाध्यक्ष द्वारा अपनी सफाई में दिए गए बयानों की नगर में चर्चा है।
गौरवपथ में भ्रष्टाचार व अनियमितताओं को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार विरोध करती रही है। सफाई में जारी विज्ञप्ति में नपाध्यक्ष को गौरवपथ में होने वाले दुर्घटनाओं में इंसानों की मौत की चिंता नहीं है बल्कि मवेशियों के मौत की चिंता अधिक है मानव जीवन का मूल्य नपाध्यक्ष के लिए नगण्य है।
नपाध्यक्ष व पूर्व नपाध्यक्ष द्वारा दिये गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुवे महासमुन्द कांग्रेस असंगठित समस्या निवारण प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जफर खान ने कहा कि सरायपाली गौरव पथ निर्माण को लेकर लगातार कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही डिवाइडर , डामरीकरण , नाली निर्माण की गुणवत्ता व बिजली पोल हुवे भ्रष्टाचार व अनियमितताओं पर सोशल मीडिया पर सत्ता से सवाल पूछने काम कांग्रेस कर रही है।
इसी बीच नगर अध्यक्षा एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से खंडन करते हुए कहा कि कार्य में बदलाव नहीं केवल स्वरुप में किया जा रहा परिवर्तन तो पालिका अध्यक्ष से हम पूछना चाहते हैं अगर कार्य में बदलाव नहीं किया गया तो एक सवाल का जवाब नगर अध्यक्षा को देना चाहिए कि क्यों नगर पालिका में बैठक कर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अनावश्यक रूप से छोड़े गए डिवाइडरों को बंद करने का आदेश देना पड़ा। 3 माह व्यतीत हो जाने के बावजूद आदेश का अब तक पालन क्यों नहीं किया गया।
नपाध्यक्ष ने बताया कि कार्य में बदलाव या स्वरुप मे परिवर्तन इस सम्बन्ध मे लागु होता हैं या नहीं।
कांग्रेस नेता जफ़र उल्ला ने कहा कि नगर अध्यक्ष को आत्मनिर्भर बनते हुए एक मर्तबा नगर के गौरव पथ की संपूर्ण जानकारी लेकर कार्य की गुणवत्ता का निरीक्षण करने जमीन पर उतरना चाहिए ना की प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से नगर वासियो को उलझाए रखें।
सरायपाली कांग्रेस नेता जफऱ उल्ला ने कहा कि नगर अध्यक्षा को पेड़ पौधे और जानवरों की दुर्घटनाओं की चिंता है परन्तु अनावश्यक छोड़े गए डिवाइडर से आमजनों की दुर्घटनाओं की संभावना बनी हुई हैं उसकी चिंता क्यों नहीं हो रही जानवरों की चिंता होती तो कांग्रेस सरकार में बनाए गए गोठानों को वह चालू रखती जहां जानवरों मवेशियों के लिए चारा और पानी की व्यवस्था थी। इतना ही मवेशियों से प्यार है तो सड़को में आवारा रुओ से घूम रहे मवेशियों को कांजी हाउस य्या सुरक्षित जगह रख उनकी सेवा करनी चाहिए। 2 दिन मवेशियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में क्यों डाल दिया गया।