आवेदनों का रिसीव नहीं देने व पटवारी प्रतिवेदन की मांगों से जनता को दिक्कत
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। किसी भी विभागों में कोई आवेदक जब अपनी शिकायत , मांगो व अन्यो के संबंध में आवेदन देता है तो उसे सबूत के तौर पर पावती दिए का नियम है किंतु शायद यह प्रचलन सरायपाली वन विभाग में लागू नहीं होता आवेदन दिए जाने के बाद पावती नही दिए जाने की शिकायत की गई है तो वही भूमि परिवर्तन के मामले में पटवारी प्रतिवेदनो की मांग से भी आम जनता परेशान हो चुकी है इसकी शिकायत एसडीएम से की गई है।
महासमुंद कांग्रेस असंगठित क्षेत्र समस्या निवारण प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जफर उल्ला ने की गई शिकायत की जानकारी देते हुवे बताया कि प्रदेश में जब जब भाजपा सरकार आई है तब तब जनता पर परेशानियों का बोझ बढ़ता चला जाता है। इसका ताजा उदाहरण है कि सरायपाली में भूमि परिवर्तन मामले में वन विभाग द्वारा आवेदन दिए जाने के बाद पावती देने में आनाकानी की गई तो वहीं पालिका क्षेत्र मे नगर पालिका अधिकारी को भूमि परिवर्तन के लिए पटवारी प्रतिवेदन की मांग करना जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जफर उल्ला ने जनता की परेशानी को देखते हुए आज अनुविभागिय अधिकारी सरायपाली से मिलकर ज्ञापन दिया गया और मांग की गई है कि नगर पालिका अधिकारी एनओसी के लिए पटवारी प्रतिवेदन की मांग ना करें वह स्वयं फील्ड पर उतरकर मौका मुहाना करके अपना अभिमत तैयार कर विभाग को सौंपे। इसके पूर्व भी भूमि परिवर्तन मामले को लेकर जफ़र उल्ला ने वन विभाग के अधिकारी के खिलाफ शिकायत अनुविभागिय अधिकारी से की है।
महासमुंद कांग्रेस असंगठित क्षेत्र समस्या निवारण प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जफर उल्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार में जनता को कभी इतना परेशान नहीं होना पड़ता था आज जितना भाजपा सरकार मे जनता को होना पड़ रहा है।