गाजा। दो साल तक चले संघर्ष के बाद आखिरकार सोमवार से गाजा में
इजरायली बंधकों की रिहाई प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पहले चरण में 7 बंधकों को रिहा कर दिया गया है।
कुल 48 बंधकों की रिहाई की उम्मीद जताई जा रही है।
इस खबर के बाद तेल अवीव के बंधक चौक (Hostages Square) पर
सुबह से ही सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए, जहां परिजनों ने अपने
प्रियजनों की वापसी का बेसब्री से इंतजार किया।
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बंधक और लापता परिवार मंच ने चौक पर बड़ी स्क्रीन लगाई है, जिस पर बंधकों की इजरायल वापसी का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक, बंधकों के परिवारों को रविवार देर रात ही दक्षिण की ओर रवाना कर दिया गया था और उन्हें गाजा सीमा के पास रीम सैन्य अड्डे पर पहुंचने के लिए कहा गया। स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 8 बजे रिहाई की प्रक्रिया शुरू हुई।
सूत्रों के अनुसार, रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति इस पूरी रिहाई की निगरानी कर रही है। यानी बंधकों की अदला-बदली उन्हीं की मौजूदगी में की जा रही है।
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमले के दौरान 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इनमें से अधिकांश को या तो रिहा कर दिया गया है या मृत घोषित किया गया, जबकि अब भी 48 बंधक गाजा में कैद बताए जा रहे हैं। इनमें से करीब 20 के जीवित होने की संभावना जताई गई है।
इजरायल में इस रिहाई को लेकर माहौल भावनाओं और उम्मीदों से भरा हुआ है। देश के टीवी चैनल रातभर विशेष कवरेज करते रहे, जबकि तेल अवीव में लोग सुबह होने से पहले ही चौक पर इकट्ठा होने लगे। तेल अवीव के मेयर कल्लर ने कहा,
“यह बेहद भावुक और रोमांचक क्षण है। हम वर्षों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।”