शिक्षकों में भारी आक्रोश
बैठक कर आंदोलन की चेतावनी
संजय सोनी
भानुप्रतापपुर। प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग के गलत युक्तिकरण नीति से शासन एक तरह से बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे है। बता दे कि युक्तिकरण के गलत नीति से प्रदेश में हजारो शिक्षक अतिशेष हो रहे है। शिक्षको के अभाव में बच्चों की पढाई काफी हद तक प्रभावित होगी वही शिक्षको को मानसिक रूप से उन्हें परेशान किया जा रहा है।
शासन की इस नीति से शिक्षक कर्मचारी संघ विरोध करते हुए सोमवार को कलेक्टर के नाम से एसडीएम को ज्ञापन सौपते हुए युक्तिकरण के नीतियों का तीव्र विरोध करते हुए तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की गई है। विदित हो कि विकासखंड स्तरीय शिक्षक संघ ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षको को पदोन्नति से वंचित करने एवम नई नियुक्तियों से बचने की युक्ति बताया है उन्होंने कहा है कि 7 अगस्त को हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने कैविएट लगाया वही बैक डेट पर 2 अगस्त को युक्तियुक्तिकरण का आदेश जारी किया इसी से अधिकारियों की मंशा जाहिर हो जाती है शिक्षा विभाग ने पदोन्नतियों के लिए कभी भी केवियेट नही लिया वर्षो से शिक्षक पदोन्नति से वाचित हो सेवानिवृत्ति हो रहे वही अब युक्ति युक्तिकरण के नाम पर शिक्षा विभाग के पदोन्नति के पद खत्म किए जाने की योजना बना ली गई है।
शिक्षक साथियों ने बताया कि शासन द्वारा जारी युक्तियुक्तिकरण नीतियों में व्यापक विसंगतियों का जिक्र करते हुए कहा कि एक स्कूल में 55 बच्चे किंतु पांच कक्षाएं हो तो प्रधान पाठक सहित तीन शिक्षक ही होंगे ,इसे तरह एक कैंपस में मिडिल स्कूल प्राइमरी स्कूल है तो माध्यमिक विद्यालय में युक्तिकृत किया जाना विसंगति पूर्ण है। संघ पदाधिकारियों ने इससे शिक्षा विभाग का न सिर्फ सेट अप छिन्न भिन्न होगा वही ग्रामीण इलाकों के बच्चे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से वंचित होंगे।
साथ ही वर्षो से प्राथमिक माध्यमिक एवम हायर सेकेंडरी स्कूल पृथक पृथक स्वतंत्रता पूर्वक संचालित रहे थे इसमें किसी तरह का छेद छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ,इसी तरह सभी स्तर के शालाओं में प्रत्येक कक्षा एवम प्रत्येक विषय के लिए एक शिक्षक अनिवार्य रूप से रखा जाना चाहिए । संघ पदाधिकारियों ने ही जल्दी बैठक कर धरना प्रदर्शन एवम आंदोलन के संकेत देते हुए सरकार से यही नीति वापस लिए जाने की मांग की है ।
आदेश का विरोध कर ज्ञापन सौंपा
सहायक शिक्षक, समग्र शिक्षक फेडरेशन ब्लाक इकाई भानुप्रतापपुर ने छ.ग. शासन के आदेशानुसार सत्र 2024-25 में स्कूलों एवं शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण आदेश का विरोध करते हुए सोमवार को कलेक्टर के नाम से एसडीएम को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षको ने जानकारी देते हुए बताया कि युक्तियुक्तकरण 2024 के सम्बन्ध में आदेश जारी हुआ है इस आदेश से बहुत से शिक्षक एवं स्कूली बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा हैं शिक्षको एवं पालको मे रोष व्याप्त है। इस आदेश के क्रियान्वयन में बच्चों की पढ़ाई पर बहुत ही बुरा असर पडेगा इस समय स्कूलो मे पढाई चरम पर है ऐसे मे उक्त आदेश के पालन में अनेक समस्या उत्पन्न होगी। शिक्षक अपने पूर्ण जिम्मेदरी व ईमानदारी से पढाई कराते हुऐ अपने स्कूली बच्चों को विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराते है जिस प्रकार 2008 के सेटअप को नजरअंदाज करके शिक्षकों व स्कूलो का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है यह हमारे स्कूल / छात्र / शिक्षक / समाज के लिये बिलकुल भी उचित नह है। इस प्रकार के युक्तियुक्तकरण का विरोध करता है।