रमेश गुप्ता
Raipur Breaking : बघेल के करीबी श्रीवास्तव को पुलिस ने घोषित किया ‘भगोड़ा’
Raipur Breaking : रायपुर ! छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी रहे ‘पॉवरफुल’ केके श्रीवास्तव को पुलिस ने ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया है।
श्रीवास्तव पर 15 करोड़ की ठगी का आरोप है और वह लगातार फरार चल रहे हैं। रायपुर की तेलीबांधा थाना पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बीच अब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया है जिसके मुताबिक जो भी आरोपी श्रीवास्तव को गिरफ्तार करायेगा उसे 10 हज़ार की नगद राशि दी जायेगी।
श्रीवास्तव पर आरोप है कि उसने कांग्रेस की भूपेश सरकार में स्मार्ट सिटी सहित अन्य काम दिलाने के नाम पर दिल्ली के कारोबारी रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत से ठेका दिलाने के नाम पर क़रीब पंद्रह करोड़ रुपये लिए और ठेका नहीं मिलने पर 17 सितंबर 2023 तक पैसे लौटा देने का वादा किया। इसके बाद जब तय दिन तक पैसा नहीं मिला तो अशोक रावत ने थाने में शिकायत करने की चेतावनी दी, तब उन्होने कंचन श्रीवास्तव के अकाउंट से विभिन्न खातों में तीन करोड़ 40 लाख रुपये वापस लौटाया और तीन-तीन करोड़ रुपये के तीन चेक दिए। बाद में तीनों चेक बाउंस हो गए।
Raipur Breaking : जांच के मुताबिक मामला सिर्फ पंद्रह करोड़ तक ही सिमटा नहीं है, बल्कि श्रीवास्तव के खातों में करीब 300 सौ करोड़ से ज्यादा का ट्राजेंक्शन हुआ है जिसे फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर किया गया है। हैरानी वाली बात यह है कि यह खाते ईडब्ल्यूएस मकानों के रहने वालों नाम पर है।
धोखाधड़ी मामले में लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका पर मुख्य न्यायाधीश की अदालत में सुनवाई हुई।
Raipur Breaking : श्रीवास्तव की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी है। मामला सिर्फ धोखाघड़ी, चेक बाउंस से आगे बढ़ते हुए आय से अधिक सम्पत्ति एवं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के राडार तक पहुंच गया है। पुलिस ने इसकी जांच आयकर विभाग को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि ईडी भी जल्द ही इस मामले की जांच शुरू कर सकती है।