-राहुल के सभास्थल पर पहुंचने से पहले लोगों को संबोधित करते प्रत्याशी कवासी लखमा ने कहा कि यदि मैं जीत गया तो बस्तर के आदिवासियों की आवज दिल्ली में उठाऊंगा। इसके अलावा रेललाइन से बस्तर को जोड़ने पहल करुंगा। भाजपा के अबकी बार 400 पार के नारे को घातक बताते लखमा ने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो आदिवासियों को मिल रहा आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। इसलिए यह चुनाव बस्तर के प्रत्येक आदिवासी का चुनाव है। किसानों को जीएसटी में मिलने वाली छूट का भी लखमा ने जिक्र किया।
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव है। उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए यह जरुरी है कि राज्य की सभी 11 सीटें कांग्रेस की झोली में आएं। दीपक बैज ने कहा कि मैंने राहुल गांधी जैसा ईमानदार नेता अपने जीवन में नहीं देखा।कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलेट ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही कहा कि कवासी लखमा सभा स्थल पर आने के लिए तैयार नहीं थे, खर्च की चिंता छोड़ने की मैंने सलाह दी तब वे यहां आए हैं। पायलेट ने कहा कि देश के लोग इंडी गठबंधन को जिताना चाहते हैं। कांग्रेस लोगों को अधिकार देती है, संविधान की रक्षा करती है।
मोदी सरकार संविधान को कमजोर करने का काम कर रही है।राहुल गांधी ने कहा कि आपके सामने चुनाव है और यह चुनाव 2 विचारधाराओं की लड़ाई है। इंडिया एलाइंस लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहा है। दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी, अडाणी, आरएसएस संविधान और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं। संविधान को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। मंच से राहुल ने एक बार फिर आदिवासी और वनवासी शब्द के गूढ़ अर्थ को समझाने का प्रयास किया। राष्ट्रपति का नाम लेकर उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन मौके पर द्रौपदी मुर्मू को सिर्फ इसलिए नहीं बुलाया गया, क्योंकि वे आदिवासी हैं। यह देश के आदिवासियों को मोदी का बड़ा संदेश था। इसके बाद 5 गारंटी गिना कर राहुल ने जातीय जनगणना को देश की बेहतरी के लिए उठाया जाने वाला कदम बताते कहा कि हमारी सरकार बनी तो जातीय जनगणना करवाई जाएगी।