आदिवासी समाज का विरोध, शिव वाटिका में बिसाहु दास महंत की मूर्ति हटाने की मांग…

सक्ती: वार्ड नंबर 8 नगर पालिका परिषद सक्ती स्थित शिव वाटिका गार्डन में भगवान शिव (बूढ़ादेव) की मूर्ति के सामने बिसाहु दास महंत की बड़ी मूर्ति लगाए जाने को लेकर आदिवासी समाज ने विरोध जताया है। समाज के लोगों का कहना है कि इस मूर्ति की स्थापना से भगवान शंकर का अपमान हुआ है और आदिवासी समाज की आस्था को ठेस पहुंची है।

सर्व आदिवासी समाज के सदस्य रतिराम सिदार ने एक पत्र में कहा कि भगवान शिव (बूढ़ादेव) की मूर्ति के सामने बिसाहु दास महंत की मूर्ति की स्थापना को तत्काल हटाया जाए, अन्यथा समाज बड़ा आंदोलन करेगा। समाज के लोग यह भी स्पष्ट कर रहे हैं कि भगवान शिव (बूढ़ादेव) के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी को सहन नहीं किया जाएगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि 24 दिसंबर 2024 को जागेश्वर सिदार और नारायण सिदार ने बेतुका बयान दिया, जिसमें नारायण सिदार ने भगवान शंकर को बूढ़ादेव के प्रतीक के रूप में न मानने की टिप्पणी की। इस पर आदिवासी समाज में गहरी नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।

आदिवासी समाज ने इसके साथ ही बिसाहु दास महंत की मूर्ति को हटाने की भी अपील की है, ताकि समाज की भावनाओं का सम्मान हो सके।

 

 

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