:दिलीप गुप्ता:
सरकारी पद में रहते हुए निजी कंपनी की मार्केटिंग करने वाले व्याख्याता पर लोक शिक्षण संचालनालय ने बड़ी कार्रवाई की है.
दायित्वों में लापरवाही बरतने की वजह उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
शासकीय शिक्षक का एक निजी कंपनी में शाही स्वागत का वीडियो वायरल होने के बाद इसकी शिकायत दर्ज की गई थी. जिसके जांच के बाद यह कार्रवाई की गई

पिछले दिनों नवागढ़ स्कूल के प्रभारी प्राचार्य रूपानंद पटेल का एक निजी कंपनी में शाही स्वागत का वीडियो वायरल होने के बाद इसकी शिकायत दर्ज की गई थी. जिसमें बताया गया था कि वे शासकीय सेवा में रहते हुए बिना शासन की अनुमति के निजी व्यवसाय कर रहे हैं.

शिकायत के बाद उत्पादों का प्रचार-प्रसार एवं विक्रय किये जाने न्यूज चैनल में वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए संचालनालय के पत्र क्रमांक 757, दिनांक 17.07.2025 द्वारा संबंधित व्याख्याता को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था.
रूपानंद पटेल द्वारा उक्त संबंध में अपना प्रतिवाद दिनांक 22.07.2025 प्रस्तुत किया गया, जो कि परीक्षण उपरांत संतोषप्रद नहीं पाया गया । जिस पर लोक शिक्षण संचनालय के संचालक ऋतुराज रघुवंशी द्वारा पत्र क्रमांक सत/G/महासमुन्द /187/2025/ 862 दिनांक 14/8/2025 के तहत निलंबित आदेश जारी किया गया.
शिकायत के बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने व्याख्याता को कारण बताओ जारी किया था. जिसके बाद व्याख्याता ने अपना पक्ष रखा . लेकिन परीक्षण के उपरांत उनका जवाब संतोषप्रद नहीं पाया गया. जिस पर लोक शिक्षण संचनालय के संचालक ऋतुराज रघुवंशी द्वारा पत्र क्रमांक सत/G/महासमुन्द /187/2025/ 862 दिनांक 14/8/2025 के तहत निलंबित आदेश जारी किया गया.
ज्ञातव्य हो की उक्त निलंबित प्रभारी प्राचार्य द्वारा पूर्व में भी सोशल मीडिया में सरकार व अधिकारी के खिलाफ अभद्र टिपण्णी की गई थी । पढ़ाई कम व नेतागिरी में अधिक ध्यान दिए जाने की भी शिकायत मिलती रही है .
इसी तरह एक अन्य शिकायत बस्त्ति सरायपाली के शासकीय स्कूल में पदस्थ सहायक शिक्षक राजेश प्रधान की भी निजी कंपनी से संलग्न होने की शिकायत पर डीईओ द्वारा 3 सदस्यीय जान टीम का गठन के जांच पूरी कर ली गई है । शिकायत कर्ता व आरोपी शिक्षक का बयान दर्ज कर लिया गया है । संभव है बहुत जल्द उक्त शिक्षक पर भी कार्यवाही की सूचना आ सकती है ।