Politics of Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा-भतीजे का खेल….पढ़े पूरी खबर
Politics of Maharashtra : शिवसेना में पिछले साल हुए बवाल के बाद महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स में एक बार फिर अपने ही अपनों के खिलाफ खड़े हो गए हैं. इस बार लड़ाई NCP में है
https://jandhara24.com/news/164945/beauty-parlor-ban-in-afghanistan/
Politics of Maharashtra : और आमने-सामने चाचा-भतीजा यानी शरद पवार और अजित पवार हैं. शरद पवार के नेतृत्व में NCP महाविकास अघाड़ी का हिस्सा थी.
लेकिन जून 2022 में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृ्त्व वाली MVA सरकार के गिरने के बाद NCP विपक्ष की भूमिका में थी.
अजित पावर गुट के नेताओं का कहना है कि उस समय भी पार्टी के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के साथ जाने का सुझाव दिया था. लेकिन शरद पवार उस समय नहीं माने.
आज चाचा और भतीजा दोनों ने कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है. दोनों तरफ से तमाम दावे किए जा रहे हैं.
कार्यकर्ता भी इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि वह ‘साहेब’ शरद पवार के साथ जाएं, जिनके कुछ ही समय पहले पॉलिटिक्स संन्यास पर उन्होंने उनके घर के बाहर डेरा डाल लिया था.
या फिर वह अजीत पवार के साथ जाएं, जिनके साथ पार्टी के तमाम बड़े-बड़े नेता हैं.
अजित पवार के साथ गए पार्टी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल का कहना है कि हमारे साथ पार्टी के ज्यादातर नेता और कार्यकर्ता हैं.
उन्होंने कहा, कार्यकर्ता हमारे पास आकर अपना समर्थन जता रहे हैं. इसके लिए उनके स्थान की जानकारी लेकर उनसे पेपर पर साइन करवाए जा रहे हैं.
हालांकि, उन्होंने कहा कि हमारे साथ कितने नेता हैं, यह तो स्टेज पर ही पता चलेगा.
इस बीच एकनाथ शिंदे धड़े की शिवसेना के कुछ नेता परेशान हैं. NCP और विशेषतौर पर शरद पवार की MVA सरकार में दखलअंदाजी से परेशान होकर ही
उन्होंने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने का फैसला किया था. लेकिन अब उसी NCP के नेताओं को भाजपा ने गले लगा लिया है
और राज्य की NDA सरकार में जगह भी दे दी है. जाहिर से इससे एकनाथ शिंदे धड़े की शिवसेना के उन नेताओं को दिक्कत है, जिन्हें सरकार में कोई पद नहीं मिला है.
शिवसेना नेता संजय शिरसात ने कहा, ‘कहा जाता है कि राजनीति में जब आपका दुश्मन आपसे आकर जुड़ना चाहता हो तो हमें उन्हें सहर्ष स्वीकार करना चाहिए
और ऐसा ही भाजपा ने किया भी है. एनसीपी एक एक धड़े के सरकार से जुड़ने के बाद हमारे कुछ नेता नाखुश हैं, क्योंकि उन्हें वह सब नहीं मिलेगा,
जो वो चाहते थे. ऐसा नहीं है कि हमारे सभी नेता NCP के सरकार में शामिल होने से खुश हैं.’
संजय शिरसात ने कहा, हमारे नेताओं की चिंताओं को लेकर हमने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से बात की है और वह इनका जल्द समाधान करेंगे.
हम लोग हमेशा से ही एनसीपी के खिलाफ रहे हैं और आज भी शरद पवार के खिलाफ हैं. शरद पवार उस समय मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे का
भी इस्तेमाल कर रहे थे. जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, उस समय NCP पीछे से सरकार चला रहे थे. मौजूदा सरकार में आगे की रूप-रेखा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तय करेंगे.
यही वजह है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज शाम शिवसेना विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री अपने पार्टी नेताओं को
NCP के सरकार में शामिल होने के बाद की स्थिति से अवगत कराएंगे और पार्टी की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.