Politics Breaking राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर रस्साकशी जारी
Politics Breaking राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर रस्साकशी जारी है. इस बीच वसुंधरा राजे से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. चुनाव नतीजों के बाद पार्टी नेतृत्व पर दवाब बनाने की राजनीति कर रहीं वसुंधरा राजे ने अब साफ कर दिया है कि वह पार्टी की लाइन से बाहर नहीं जाएंगी.
पिछली बार वसुंधरा राजे के चेहरे पर बीजेपी चुनाव में उतरी और चुनाव हारी. इसलिए इस बार चेहरा पीएम मोदी का रखा गया, हालांकि वसुंधरा समर्थकों का कहना था कि राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा रही है और पिछली हार का ठीकरा वसुंधरा के माथे फोड़ना सही नहीं होगा. ऐसा लगा मानों पार्टी के अंदर ही वसुंधरा राजे का विकल्प खोजा जाने लगा था ,लेकिन राजे की जगह आज भी कोई नहीं ले सका है.
Politics Breaking मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 21 सांसदों को मैदान में उतारा था। इनमें से 12 सांसद चुनाव जीते जबकि 9 हार गए।
Politics Breaking जीते हुए 12 सांसदों में से 11 ने बुधवार को लोकसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। सिर्फ राजस्थान से चुनाव जीतने वाले बालकनाथ ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है।
संसद सदस्यता छोड़ने वालों में मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक हैं। वहीं छत्तीसगढ़ से अरुण साव, रेणुका सिंह और गोमती साय जबकि राजस्थान से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा शामिल हैं।
Politics Breaking तेलंगाना में विधानसभा चुनाव जीते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने भी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रेवंत कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
राजस्थान से बीजेपी की तरफ से सात सांसदों ने चुनाव लड़ा। जिनमें बाबा बालकनाथ, किरोड़ीलाल मीणा, दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, भागीरथ चौधरी, नरेंद्र खीचड़ और देवजी पटेल शामिल थे। इन सात में से सिर्फ चार ही चुनाव जीत सके। चुनाव जीतने वालों में राज्यवर्धन, बालकनाथ, दीया कुमारी और किरोड़ीलाल का नाम है।
Politics Breaking राजस्थान से बाबा बालकनाथ ने सांसद पद से इस्तीफा अभी लोकसभा स्पीकर को नहीं सौंपा है। ऐसे में वह या तो आने वाले दिनों में इस्तीफा देंगे। अगर नहीं देते हैं तो उन्हें विधायक पद छोड़ना पड़ेगा। जहां पर उपचुनाव कराए जाएंगे।