:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- पर्यावरण स्वास्थ्य को देखते हुवे एक पेड़ मां के नाम
के तहत आज अति.जिला एवं सत्र न्यायालय में सभी न्यायधीशों ,
मजिस्ट्रेट , अधिवक्ता गणों व न्यायालय परिवार द्वारा छायादार पौधों का पौधरोपण किया गया ।

इस अवसर पर न्यायालय परिसर में आयोजित एक सभा को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुवे प्रफुल्ल सोनवानी
( न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय महासमुंद लिंक कोर्ट ) , श्रीमती वंदना दीपक देवांगन (प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ) , पंकज आलोक तिर्की (द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश ) ,
पवन अग्रवाल (अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ) , वैभव घृतलहरे (न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ) तथा विनय कुमार साहू (न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी) ने कहा कि विश्व मे बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से सुरक्षित रखने हेतु पर्यावरण स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुवे देश भर में “एक पेड़ मां के नाम “अभियान के तहत पौधरोपण किया जा रहा है ।
पौधरोपण हमारे पर्यावरण स्वास्थ्य और मानव समाज एक-दूसरे से गहरे जुड़े हुए हैं। मानव समाज के लिए स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण आवश्यक है, क्योंकि पर्यावरण के भौतिक, रासायनिक, जैविक तथा सामाजिक तत्व सीधे मानव स्वास्थ्य और सामाजिक गुणवत्ता को प्रभावित करते है ।

पर्यावरणीय स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य की वह शाखा है, जो मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले प्राकृतिक और मानव निर्मित पर्यावरण के सभी पहलुओं से संबंधित है। इसमें स्वच्छ वायु, शुद्ध जल, पर्याप्त हरियाली, स्वस्थ भोजन, सुरक्षित निवास आदि शामिल होते है ।
मानव समाज पर पर्यावरण का प्रभाव वायु, जल, और मृदा प्रदूषण से श्वसन, जलजनित रोग, त्वचा संबंधी समस्याएँ, एवं अन्य बीमारियाँ होती हैं ।भोजन व जल के प्रदूषण के कारण पेट, पाचन, कुपोषण जैसे रोग बढ़ते हैं।शहरीकरण, औद्योगीकरण, और जनसंख्या वृद्धि से पर्यावरण में असंतुलन, प्राकृतिक संसाधनों की कमी, और सामाजिक समस्याएँ आ रही है जो चिंतनीय है ।
न्यायधीशों ने कहा कि मानव समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह जैव विविधता का संरक्षण, स्थायी विकास, रिसाइक्लिंग और प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग ही दीर्घकालिक मानव स्वास्थ्य और समाज की भलाई सुनिश्चित कर सकते हैं ।

मानव जाति द्वारा वनों की कटाई, औद्योगिक अपशिष्ट, रासायनिक उपयोग—स्वयं उनके लिए स्वास्थ्य का संकट बन जाती हैं, इसलिए जागरूकता, नीति, और सहभागिता से ही समाधान संभव है ।
इस अवसर अधिवक्ताओं में पुरुषोत्तम पटेल , देवेंद्र शर्मा , राजेन्द्र दास , के बी खान , पी डी भोई , के के बारीक , यदु पटेल , भूपेंद्र भोई , वीरेश भोई , सार्थक शर्मा , महेंद्र प्रधान , शैलेन्द्र प्रधान व गजानंद स्वाइ आदि उपस्थित थे ।