Parthiv Shivling : पप्पू के निवास पर 11सौ पार्थिव शिवलिंग का पूजा अर्चना रुद्राभिषेक के साथ किया गया महाआरती पूजन
Parthiv Shivling : सक्ती । नगर के उगेंद्र अग्रवाल पप्पू के निवास पर 11सौ पार्थिव शिवलिंग का पूजा अर्चना रुद्राभिषेक के साथ महा आरती पूजन किया गया श्रावण मास में भगवान शिवजी की पूजा अर्चना संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए बड़ी श्रद्धा भक्ति के साथ किया जाता है ।
Parthiv Shivling : देवशयनी एकादशी के उपरांत भगवान नारायण क्षीर सागर में लंबी निद्रा में चले जाते हैं तब संपूर्ण विश्व के कल्याण का दायित्व भगवान शिव जी पर होता है शिव का अर्थ ही कल्याण होता है , अर्थात भगवान भोलेनाथ स्वयं कल्याण स्वरुप है और भगवान विष्णु के छीर सागर में शयन पर जाने के पश्चात पूरे विश्व का पालन पोषण का भार, इन पर और सावन के मांस में पार्थिव शिवलिंग पर बिल्वपत्र , शमी पत्र , श्वेत कमल , धतूरा तथा आक के पत्र पुष्प चढ़ाने का विशेष महत्व है , भगवान शिव जी का रुद्राभिषेक दूध , जल और पंचामृत आदि से पूजन करने से अनंत पुण्य फल की प्राप्ति तथा मनोकामनाएं सिद्ध होती हैं ।
Parthiv Shivling : नगर के उगेंद्र अग्रवाल पप्पू के निवास पर 11सौ पार्थिव शिवलिंग की अनुष्ठान पूजा अर्चना कर रुद्राभिषेक महा आरती कर प्रसाद वितरण किया गया पार्थिव शिवलिंग शिव महिमा के बारे में पंकज शात्री जी महाराज ने बताया की भगवान शिव जी में राम नाम अंकित कर बेलपत्र चढ़ाने से 3 जन्मों के पापों का नाश होता है और कन्यादान जैसा पुण्य फल प्राप्त करते हैं । किसी व्यक्ति को बुरे और भयानक डरावने सपने आने पर भगवान शिव में शमी पत्र पंचाक्षर मंत्र ~ ओम नमः शिवाय कह कर समर्पित करने से बुरे सपने आने बंद हो जाते हैं ।
Parthiv Shivling : भगवान शिव तो कालजई है वह अकाल मृत्यु को दूर करते हैं और शिव हमारे जीवन में सुख समृद्धि का पुण्य फल प्रदान करते हैं । संपूर्ण विश्व के कल्याण करने के लिए वे स्वयं हलाहल जैसे विष का पान कर लेते हैं और सब को अमृत भी पिलाते हैं । भगवान शिव के दरबार में किसी को भी प्रवेश करने की मनाही नहीं है , भूत प्रेत मसान भी इन के दरबार में रहते हैं ।

Parthiv Shivling : संसार में केवल एक ही भगवान भोलेनाथ के पूरे परिवार की पूजा होती है अन्य किसी देवी देवता के परिवार की नहीं इनमें सभी के वाहन अलग अलग तथा विषम भाव वाले होकर के भी एक साथ रहते हैं , शिव सत्य है शाश्वत हैं और और जो व्यक्ति काल के मुंह में चला जाता है उसे भी जीवन प्रदान करते हैं जो मानव श्रद्धा एवं सच्चे भाव से पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करते हैं !
Parthiv Shivling : उन्हें किसी भी प्रकार परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता और भगवान शिव हमेशा उसकी रक्षा करते हैं शिव ही संहार करते हैं और शिव ही जीवन दान देते हैं , और जो भक्त राम नाम का जाप करते हैं , जो श्री राम को अपना ईस्ट मानते हैं और राम नाम से अति प्रेम होने के कारण ही इस मसान घाट में किसी व्यक्ति के जले हुए शरीर के राख को भी अपने शरीर में लगा लेते हैं । इसी लिए इन्हें देव नहीं महादेव कहते हैं !