रायपुर। कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं मिलने को लेकर कांग्रेस के निशाने पर आए भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कैबिनेट गठन मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है और साय कैबिनेट पूरी तरह संतुलित और नवाचारी है।

चंद्राकर ने कांग्रेस को याद दिलाया कि जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता धनेन्द्र साहू और सत्यनारायण शर्मा के साथ कैसा व्यवहार किया था, यह सभी को याद है। उन्होंने कहा, “पहले कांग्रेस यह बताए कि उन्होंने अपने वरिष्ठ नेताओं को कैसे नज़रअंदाज़ किया।”
पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा साय सरकार के कैबिनेट विस्तार को “असंवैधानिक” बताए जाने पर चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि “भूपेश जी सोशल मीडिया पर बयान देने से पहले हरियाणा की सरकार से पूछ लें जहां 14 मंत्री हैं।”
कांग्रेस संगठन पर हमला बोलते हुए चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस आज उन लोगों की तलाश में है जो गांधी परिवार के लिए सोचें और काम करें। उन्होंने कहा, “कांग्रेस में जननायक नहीं, पपेट होते हैं। अभी छत्तीसगढ़ में उन्हें ऐसा पपेट नहीं मिला, इसलिए संगठन विस्तार अटका है।”
महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक पर भी साधा निशाना
अजय चंद्राकर ने धर्मांतरण विवाद में नारायणपुर की युवतियों की शिकायत के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर जांच को लेकर महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह मामला राजनीति से प्रेरित और फैब्रिकेटेड प्रतीत होता है। “निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, न कि पार्टी मेनिफेस्टो के अनुसार,” उन्होंने कहा।
चंद्राकर के बयानों ने साफ कर दिया है कि वे कांग्रेस के आरोपों का सीधे जवाब देने के मूड में हैं और उन्होंने यह संदेश भी दे दिया कि भाजपा की आंतरिक राजनीति को लेकर विपक्ष के सवाल बेमानी हैं।