Oil pulling : रोज करना चाहिए ऑयल पुलिंग

Oil pulling :

Oil pulling : मसूड़ों की सूजन से लेकर सांस की बदबू तक होगी दूर

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Oil pulling : रोज करना चाहिए ऑयल पुलिंग

Oil pulling : पुराने समय से ही भारत में कई ऐसी तकनीकें इस्तेमाल होती आई हैं जो सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करती हैं। इसी लिस्ट में शामिल है ऑयल पुलिंग। यह एक प्राकृतिक और हर्बल तरीका है और आयुर्वेद में भी इसका बहुत महत्व माना गया हैं।

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Oil pulling जी दरअसल ऑयल पुलिंग अर्थात तेल से कुल्ला करने की विधि हैं जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाने का काम करता हैं। जी दरअसल कई बड़े सेलेब्रिटी हैं जो अपनी सेहत और सुंदरता के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। अब आज हम आपको ऑयल पुलिंग करने के तरीके और इससे मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।

क्या है ऑयल पुलिंग?- ऑयल पुलिंग का मतलब होता है तेल से कुल्ला करना। जी हाँ और इससे आयुर्वेद में कवाला या गंदुशा के नाम से जाना जाता है। गंडुशा में अपने मुंह को पूरी तरह से तेल से भरना पड़ता है और थोड़े समय बाद इसे बाहर थूकना पड़ता है।

Oil pulling जी दरअसल इसमें और कवलग्रह में बस इतना अंतर है कि कवलग्रह में मुंह को पूरी तरह तेल से भरा नहीं जाता है। यहाँ मुँह से तेल को थूकने से पहले मुँह में हिलने की जगह होती है। नियमित रूप से ऑयल पुलिंग करने से स्वास्थ्य को कई लाभ होते हैं। ऑयल पुलिंग के लिए जैतून या नारियल दोनों तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

ऑयल पुलिंग करने का तरीका- ऑयल पुलिंग करने के लिए आप नारियल के तेल, तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल या जैतून के तेल में से किसी एक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी दरअसल हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ऑयल पुलिंग करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट है।

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Oil pulling : रोज करना चाहिए ऑयल पुलिंग

इसके लिए एक बड़े चम्मच तेल को अपने मुंह में डालकर इसे 15 से 20 मिनट के लिए मुंह के अंदर चारों तरफ घुमाएं और कुल्ला करें। हालाँकि ध्यान रखें कि इस दौरान आपको तेल को बिल्कुल भी निगलना नहीं है। वहीं इसके बाद तेल को थूक कर सादे पानी या गर्म पानी से अच्छी तरह से कुल्ला कर लें। इसके बाद आप ब्रश कर लें।

कैविटी से बचाव- मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया दांतों में प्लाक का कारण बनते हैं, जिससे कैविटी यानी दातों में खोखलेपन की समस्या हो जाती है। ऑयल पुलिंग के लिए तिल, नारियल और सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। जी दरअसल इन तेलों में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं। इसका इस्तेमाल करने से कैविटी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

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ऊर्जा में बढ़ोतरी- आयल पुलिंग का सबसे बड़ा लाभ है कि यह आपके शरीर की एनर्जी को बढ़ाता है।

मसूड़ों की सूजन दूर- तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल और नारियल के तेल से होने वाले ऑयल पुलिंग के फायदे में मसूड़ों की सूजन को दूर करना भी शामिल है।

रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि- आयल पुलिंग से शरीर से परजीवी और विषाक्त पदार्थ साफ हो जाते हैं। इसके अलावा यह खून को शुद्ध करता है।

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सांस की बदबू दूर- आयल पुलिंग सांस की बदबू से छुटकारा मिल सकता है।

सिरदर्द दूर करने के लिए- ऑयल पुलिंग प्रक्रिया मुंह को साफ करने के साथ-साथ माइग्रेन और सिरदर्द से छुटकारा दिलाने में भी असरदार है।

स्किन के लिए फायदेमंद- ऑयल पुलिंग का रोजाना इस्तेमाल करने से हमारा खून धीरे-धीरे साफ नहीं लगता है।

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