दुर्जन सिंह
NMDC Kirandul Project कोर एक्टिविटीज में निजीकरण का विरोध करते हुए यूनियनों द्वारा एनएमडीसी प्रबंधन को दी गई सीधी कार्रवाई की नोटिस
NMDC Kirandul Project किरंदुल ! एनएमडीसी किरंदुल परियोजना के खदानों में डंपर, शावेल, ड्रिल की मार्क प्रणाली के तहत क्रय तथा उनके अनुरक्षण कार्य का निजीकरण, निजी वाहनों द्वारा कार्य सम्पादन, डोजर के बदले में निजी पोकलेन द्वारा कार्य आदि के विरोध में एनएमडीसी एवं श्रमिकों के हितों के लिए सदैव ही मुखर रहने वाले दोनों श्रमसंघों एसकेएमएस और एमएमडब्ल्यू यूनियन (इंटक) द्वारा संयुक्त रूप से करते हुए अपने-अपने यूनियन के लेटरहेड में औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 22(1) बी के तहत सीधी कार्रवाई की लिखित सूचना परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक पदमनाभ नाईक को सौंपा गया।
एसकेएमएस के अध्यक्ष के साजी, सचिव राजेश संधू, एमएमडब्ल्यूयू के सचिव ए.के. सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष चिन्नास्वामी के नेतृत्व में दोनों श्रमसंघो के पदाधिकारियों, सदस्यों द्वारा बड़ी संख्या में उपस्थित होकर नारेबाजी करते हुए निजीकरण का विरोध किया गया तथा 15 दिवस का अल्टीमेटम दिया गया।
दोनों श्रम संघों द्वारा पृथक पृथक 3 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया है, जिसमें प्रमुख रूप से मार्क प्रणाली का पुरजोर विरोध, कोर एक्टिविटीज में निजी वाहनों का परिवहन तथा निजी पोकलेन से कार्यों के संपादन को शीघ्र बन्द करने की मांग की गई है। इस अवसर पर मधुकर सिताप राव, नरसिंहा रेड्डी, राजेन्द्र यादव, राकेश लाल, देवेंद्र कटारिया, ओम कुमार साहू, नोमेश्वर, दुर्गा प्रसाद सहित संयुक्त खदान मजदूर संघ एवं मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन (इंटक) के समस्त पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में सदस्यगण उपस्थित थे।