:नवीन दुर्गम:
बीजापुर: जिले के अत्यंत सुदूर एवं नक्सल प्रभावित ग्राम कांडलापर्ती-2 (थाना भोपालपटनम) में
नवीन सुरक्षा एवं जन-सुविधा कैम्प की स्थापना की गई है। यह पहल राज्य सरकार की
महत्वाकांक्षी “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत नागरिकों को
सुरक्षा एवं मूलभूत सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बड़ी उपलब्धि
घने जंगलों, दुर्गम भौगोलिक स्थिति और प्रतिकूल मौसम के बावजूद सुरक्षा बलों ने अत्यंत साहस एवं सफल रणनीति के साथ इस कैम्प की स्थापना की।
यह कदम न केवल माओवादियों की गतिविधियों पर नकेल कसने में मदद करेगा, बल्कि स्थानीय बुनियादी विकास परियोजनाओं की रफ्तार को भी तेज करेगा।
अंतर्राज्यीय कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
इस कैम्प की स्थापना से भविष्य में भोपालपटनम से फरसेगढ़, सेण्ड्रा और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की ओर जाने वाले मार्गों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगा।
विशेष रूप से नेशनल पार्क क्षेत्र के कई ग्राम अब सड़क और संचार सुविधाओं से जुड़े जाने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ गए हैं।

ग्रामीणों को मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं
इस कैम्प के माध्यम से आसपास के गांवों में जल्द ही इन सेवाओं का विस्तार होगा —
स्वास्थ्य सेवाएं , शिक्षा, बिजली-पानी, पीडीएस दुकानें, मोबाइल नेटवर्क, सड़क और पुल निर्माण, आंगनबाड़ी व अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी
नक्सल विरोधी मोर्चे पर उल्लेखनीय सफलता
वर्ष 2024 से अब तक:
- 20 नए सुरक्षा कैम्प स्थापित
- 599 माओवादी आत्मसमर्पण
- 196 माओवादी मुठभेड़ों में मारे गए
- 982 माओवादी गिरफ्तार
बस्तर संभाग में 210 माओवादी हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर चुके हैं — जो इस अभियान की रणनीतिक सफलता को दर्शाता है।

उच्चस्तरीय नेतृत्व की उपस्थिति
इस कैम्प की स्थापना पुलिस एवं अर्धसैनिक शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में की गई।
आईजी बस्तर सुन्दरराज पी., आईजी केरिपु ऑप्स शालिन, एसपी बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव सहित COBRA व केरिपु बटालियनों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण अभियान का मार्गदर्शन किया।
विकास की रफ्तार तेज
केवल बीजापुर जिले में वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान 42 नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित किए जा चुके हैं।
“नियद नेल्ला नार” योजना ग्रामीण जीवन में सुरक्षा और विकास — दोनों मोर्चों पर परिवर्तनकारी परिणाम ला रही है।