:देवाशीष झा:
राजनांदगांव: NEET PG की सीटों में फेरबदल को लेकर छत्तीसगढ़ में नया विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेजों में स्थानीय छात्रों के लिए दिए जाने वाले 50 प्रतिशत कोटे को समाप्त कर दिया गया है। इस फैसले के बाद मेडिकल छात्रों में नाराज़गी साफ नजर आ रही है।
सोमवार को मुख्यमंत्री के राजनांदगांव पहुंचने पर शासकीय मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने विरोध जताया और एक ज्ञापन सौंपते हुए PG आरक्षण को यथावत रखने की मांग की।
छात्रों ने विरोध जताते हुए एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की है कि— “PG का आरक्षण पूर्ववत रखा जाए, क्योंकि इसी से स्थानीय विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रहता है।”
छात्रों का कहना है कि—
“स्थानीय युवाओं के हितों को देखते हुए चल रही पुरानी व्यवस्था को बिना किसी ठोस कारण के बदलना सही नहीं है। इससे प्रदेश के मेडिकल छात्रों का भविष्य प्रभावित होगा।”
“अगर लोकल कोटा खत्म किया गया, तो यहां के युवाओं के अवसर सीधे तौर पर प्रभावित होंगे… और बाहर से आने वालों को सीधी बढ़त मिल जाएगी।”
CM की सभा के दौरान छात्रों ने शांतिपूर्वक अपनी बात रखी और कोटा बहाल करने का आग्रह किया। अब देखना होगा कि सरकार इस मांग पर क्या रुख अपनाती है।