childrenनिष्ठा योजना बन्द होने से बच्चो की शिक्षा हुई बंद
children नारायणपुर ! नारायणपुर – नारायणपुर जिले के नक्सल पीड़ित और children परिवार के बच्चो को वर्ष 2017-18 में बाल भविष्य सुरक्षा योजना भाग दो निष्ठा घटक के तहत सहायक आयुक्त आदिवासी विकास नारायणपुर द्वारा राजनादगांव के उत्कृष्ठ विद्यालय सेंटर विसेंट पोलोटी इंटरनेशनल में 33 नक्सल पीड़ित बच्चो को शिक्षा ग्रहण करने के लिए एडमिशन कराया गया जहा उनकी पढ़ाई अच्छी हो रही थी ।
लेकिन इस बार राजनादगांव के स्कूल प्रबंधन ने बच्चो के एडमिशन नहीं होने की बात कही ।
childrenजिसकी जानकारी बच्चो द्वारा अपने परिजनों को बताए जाने के बाद से परिजन बच्चो की शिक्षा को लेकर काफी परेशान है ।
सहायक आयुक्त नारायणपुर संजय चंदेल इस मामले पर कुछ भी कहने मना कर दिया वही राजनादगांव के सहायक आयुक्त ऐस.के. वाहने ने फोन पर चर्चा के दौरान बताया की योजना के बंद हो जाने के कारण बच्चो का एडमिशन नहीं होने की बात कही ।
children ज्ञात हो कि नारायणपुर जिले के नक्सल पीड़ित परिवार के 33 बच्चो को बाल भविष्य सुरक्षा योजना के भाग दो निष्ठा 2017 के तहत राजनादगांव में दिनाक 17/06/2017 को पीड़ित परिवार के बच्चो को उत्कृष्ठ संस्था में प्रवेश हेतु सेंटर विसेंट पोलोटी इंटरनेशनल स्कूल डोंगरगांव में एडमिशन कराया गया ।
children जिसके बाद 33 बच्चो की पढ़ाई शुरू हुई लेकिन पिछले दो साल कोरोना के चलते बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हुई ।
अब जब फिर से पढ़ाई शुरू हुई तो नक्सल पीड़ित परिवार के बच्चो को पढ़ाई के लिए एक सप्ताह पहले सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग नारायणपुर द्वारा राजनादगांव स्कूल के हास्टल में छोड़ा गया जिसके बाद बच्चे जब स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने बच्चो का एडमिशन नहीं होने की बात कही जिसके बाद से परिजन अपने बच्चो के भविष्य को लेकर परेशान है ।
जिसके लिए पीड़ित परिवार सहायक आयुक्त नारायणपुर से गुहार लगाने भी गए लेकिन उनके द्वारा भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से अपने बच्चो के भविष्य को लेकर माता पिता चिंतित है ।
वही सहायक आयुक्त संजय चंदेल ने इस मामले पर कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार करते हुए इस पूरे मामले से बचते नजर आए ।
वही परिजनों द्वारा राजनादगांव के सहायक आयुक्त का मोबाइल नंबर हमे दिया गया जब हमने उनसे बात किया तो उन्होंने बताया की योजना के बंद हो जाने के कारण बच्चो का एडमिशन नहीं होना बताया ।
जब योजना बंद हो गई तो नारायणपुर जिले के सहायक आयुक्त द्वारा बच्चो को राजनादगांव भेजा जाना कई सवाल खड़े करता नजर आ रहा है ।