केंद्रीय कैबिनेट की आज होने वाली बैठक में कई बड़े निर्णय लिए जाने की संभावना है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) से जुड़ा माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार MNREGA का नाम बदलकर ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’ करने पर विचार कर रही है और संभव है कि आज इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाए।
सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट में ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोज़गार गारंटी बिल’ पर चर्चा की जाएगी और इसे हरी झंडी मिलने की काफी संभावना है।
क्या है MNREGA?
मनरेगा या नरेगा देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका सुरक्षा से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित और स्थायी रोजगार उपलब्ध कराना है।
योजना के तहत:
- हर वित्त वर्ष में एक परिवार को कम से कम 100 दिनों का रोजगार देने की गारंटी रहती है।
- यह रोजगार उन वयस्क सदस्यों को दिया जाता है जो अकुशल श्रमिक कार्य करने के लिए तैयार हों।
- योजना का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों की आय बढ़ाना और उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना है।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद बदलाव का आधिकारिक ऐलान किया जा सकता है।