Mutual Funds : म्युचुअल फंडों में तेजी बरकार , जुलाई में सम्पत्ति 64.97 लाख करोड़ रु. के स्तर पर
Mutual Funds : नयी दिल्ली ! देश के म्युचुअल फंड उद्योग में विशेष रूप से खुदरा निवेशकों के समर्थन और एसआईपी योजनाओं की बढ़ती लोकप्रियता के चलते जारी तेजी के बीच इस उद्योग के प्रबंध के अंतर्गत शुद्ध सम्पत्तियां (एयूएम) बढ़ कर इस वर्ष जुलाई में कुल 64,96,653.14 करोड़ रुपये हो गयीं। जून में शुद्ध एयूएम 61,15,581.92 करोड़ रुपये थी।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इंडस्ट्रीज (एएमएफआई) की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनसुार जुलाई 2024 में इस उद्योग की औसत एयूएम 64,70,664 करोड़ रुपये रही जो जून में 61,33,226.77 करोड़ रुपये थी।
मार्च 2021 से मुच्युअल फंडों की शेयर उन्मुख योजनाओं में निवेश लगातार बढ़ रहा है।जुलाई में ग्रोथ और शेयर उन्मुख योजनाओं में निवेश 37,113.39 करोड़ रुपये रहा तथा माह के अंत में पंजीकृत नए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) की संख्या 72,61,928 रही।
जुलाई में एसआईपी के तहत आने वाली योजनाओं का एयूएम 13,09,385.46 करोड़ के अब तक के उच्चतम स्तर पर रहा।इससे पिछले महीने यह 12,43,791.71 करोड़ रुपये था। जुलाई 2024 में जुलाई में एसआईपी निवेश का योगदान अब तक के सबसे उच्च स्तर 23,331.75 करोड़ रुपये पर रहा, जबकि जून 2024 में यह 21,262.22 करोड़ रुपये था।
रिपोर्ट के अनुसार जुलाई में म्यूचुअल फंड फोलियो संख्या 19,84,06,294 पर पहुंच गयी जो एक नया रिकाॅर्ड है। इसमें खुदरा निवेशकों के फोलियो (इक्विटी , हाइब्रिड , विशेष समाधान उन्मुख योजनाओं से संबंधित) की संख्या 15,89,35,085 रही जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।इससे पिछले महीने के अंत में खुदरा फोलिया 15,32,56,488 थे।
जुलाई 2024 के लिए खुदरा निवेशकों से संबंधित कुल एयूएम (इक्विटी , हाइब्रिड , समाधान उन्मुखस्कीम) 38,35,384 करोड़ रुपये रहा जो और माह के दौरान इस वर्ग में औसत औसत एयूएम 37,77,652 करोड़ रुपये था।
जुलाई 2024 में एसआईपी खातों की संख्या अब तक के रिकाॅर्ड स्तर नौ करोड़ 33 लाख 96,174 पर पहुंच गयी जबकि जून में आठ करोड़ 98 लाख 66,962
खाते थे। जुलाई 2024 के महीने में कुल 15 योजनाएं शुरू की गईं, जो सभी ओपन-एंडेड स्कीम की श्रेणी में हैं, जिनसे कुल 16,565 करोड़ रुपये जुटाए गए।
Mutual Funds : एएमएफआई के मुख्य अधिशासी अधिकारी वेकट चलसानी ने कहा, ‘ म्यूचुअल फंड उद्योग में वृद्धि जारी है। खुदरा निवेशक लगातार म्यूचुअल फंड को एक विश्वसनीय निवेश मार्ग के रूप में अपना रहे हैं। यह स्पष्ट है कि म्यूचुअल फंड खुदरा निवेशकों की वित्तीय रणनीतियों का एक अभिन्न अंग बन गए हैं। जुलाई में एसआईपी योगदान सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है।”
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के कार्यकारी निदेशक और मुख्य व्यवसाय अधिकारी अखिल चतुर्वेदी ने जुलाई के आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘भारत की आर्थिक वृद्धि कहानी (रोचक) होने के साथ दीर्घकालिक दृष्टिकोण वाले निवेशक म्युचुअलफंड योजनाओं को लोकर अपना विश्वास बनाए रख सकते हैं।”
मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के उपाध्यक्ष एवं सीईओ स्वरूप मोहंती ने कहा, “कुछ समय से निवेश के आंकड़ों को देखने से निवेशकों के मूड में एक अंतर्निहित बदलाव दिख रहाहै। वे अपना ध्यान निवेश-पोर्टफोलियो के मुख्य पक्ष से हटाकर रणनीतिक या दूसे क्षेत्रो में निवेश पर केंद्रित कर रहे हैं।
Mutual Funds : यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि पिछले दो वर्षों में, हमने देखा कि स्मॉल कैप में भारी मात्रा में निवेश हुआ, जो अब कम हो रहा है क्योंकि निवेशक अब क्षेत्र विशेष पर केंद्रित फंडों की ओर रुख कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह जोखिम प्रोफ़ाइल में बदलाव है या यह केवल निकट अवधि के लाभ का पीछा करने का रुझान है।”