:रामनारायण गौतम:
सक्ती: श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने के लिए जांजगीर सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े , श्रीमती संयोगिता युद्ध वीर सिंह जूदेव, मालखरौदा जनपद अध्यक्ष कवि वर्मा ग्राम पंचायत पोता पहुंचे. जहां उन्होंने व्यासपीठ की पूजा अर्चना कर कथा व्यास मनोज शर्मा का शाल श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया.
सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, संयोगिता सिंह ने कहा भागवत कथा ही एक ऐसी कथा है जो मानव को भवसागर से पार करती है और मनुष्य को बार-बार जहां-जहां भी भागवत कथा होती है वहां कथा श्रवण करना चाहिए जिस प्रकार से हम नदी नाले को तैर कर पार होते हैं इस तरह से भागवत रूपी भवसागर से पार होकर हमें बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है.

इस कलयुग में सबसे सरल एवं मोक्ष प्रदान करने वाली अगर कोई कथा है तो वह भागवत कथा भगवान प्रेम श्रद्धा और भाव के अद्भुत रहते हैं जो मनुष्य सच्चे ध्यान से भगवान की पूजा अर्चना और उन्हें याद करता है उनके साथ हमेशा भगवान रहते हैं और उनका हमेशा ध्यान रखते हैं जब जब धरती पर पाप का बोझ बढ़ता है भगवान किसी न किसी रूप में अवतरित होते हैं और अपने भक्तों का कल्याण करते हैं.
भागवत कथा के छठवें दिन व्यास पीठ से पंडित मनोज शर्मा ने भागवत प्रेमियों को कथा श्रवण कराते हुए श्रीकृष्ण लीला कंस वध, रासलीला और श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह के प्रसंगों का कथा श्रवण कराते हुए कहा- भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा जाकर अपने मामा कंस का वध कर माता-पिता, वासुदेव और देवकी, एवं कंस के पिता उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया।
रासलीला: में कथावाचक ने रास पंच अध्याय का वर्णन करते हुए रासलीला और गोपीगीत का विस्तार से वर्णन किया उन्होंने कहा भक्तों को वात्सल्य, प्रेम और भक्ति में प्रसंग वर्णन में बताया कामदेव भी भगवान श्रीकृष्ण को परास्त नहीं कर पाया भागवत को पंच प्राण माना जाता है।

कहा जाता है कि जो भी इन्हें भाव से गाता है, वह भवसागर से पार हो जाता है। विकास मनोज शर्मा ने बताया, रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को मन ही मन पति मान चुकी थी और उनके भाई रुक्मी के विरोध के बावजूद, श्रीकृष्ण ने राजा भीष्मक की पुत्री रुक्मिणी का हरण कर उनसे विवाह किया था। रुक्मिणी, श्रीकृष्ण से प्रेम करती थीं, और रुक्मणी का विवाह उनके भाई रुक्मी के कहने पर शिशुपाल से तय हो गया था।
विवाह से पहले, रुक्मिणी ने एक ब्राह्मण को संदेश भेजकर श्रीकृष्ण को बुलाया, और कृष्ण ने आकर उन्हें हरण कर लिया और द्वारका लाकर विवाह किया। हर भक्त को भागवत कथा बार-बार सुनना चाहिए भागवत कथा एक ऐसी कथा है जो मनुष्य को मोक्ष दिलाती है सार्वजनिक भागवत कथा में प्रतिदिन हजारों की संख्या में महिला पुरुष ग्रामीण दुराज से कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं