सुरक्षाकर्मी बोले- कंपनी ने कहा अब मत आना, सुपरवाइजर बोलीं- आरोप गलत, कलेक्टर कराएंगे जांच
जगदलपुर। बस्तर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी कर रहे करीब 50 से 60 गार्ड को नौकरी से निकाल दिया गया है। गार्ड का आरोप है कि नई कंपनी बीआईएस ने इन्हें ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है। इनकी जगह नए लोगों की भर्ती की जा रही है। इनका कहना है कि अब हम फिर से बेरोजगार हो गए हैं। लंबे समय से काम कर रहे थे इसलिए पहली प्राथमिकता हमें मिलनी चाहिए।
पहले जानिए किसने क्या कहा?
मेरा नाम महेंद्र नाग है। इससे पहले डिमरापाल मेडिकल कॉलेज साल 2021 में बीआईएस कंपनी के तहत मुझे गार्ड की नौकरी पर रखा गया था। अब बताया जा रहा है कि ये कंपनी हट गई है। बीआईएस नाम की नई कंपनी आई है। आज सुबह हमें अस्पताल बुलाया गया। नए भर्ती वालों को पहले बुलाया। हम खड़े रहे। हमसे किसी ने बात तक नहीं की। कुछ देर बाद कहा गया कि इवनिंग शिफ्ट में आना, फिर कहा गया कि कल से नौकरी पर मत आना। काम से निकाल दिया गया है। घर में माता-पिता और एक छोटी बहन है। कमाने वाला सिर्फ मैं ही हूं। अब काम से निकाल दिया गया है तो परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
सुपरवाइजर बोलीं- आरोप गलत है
इस संबंध में बीआईएस कंपनी की सुपरवाइजर मीना तिवारी ने कहा कि ये आरोप गलत हैं। हमने किसी को काम से नहीं निकाला है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ये सब काम पर रहेंगे तो इसका उन्होंने गोलमोल जवाब देते कहा कि थोड़ा बहुत बदलाव किया जाएगा। मीना ने कहा कि इससे पहले 11 महीने तक बालाजी कंपनी थी। जब वह कंपनी गई तो फिर से 5 महीने के लिए बीआईएस कंपनी आई। 80 लोगों को उस समय निकाला गया था, जिसमें मैं भी हूं। हालांकि, जब बीआईएस आई तो इस कंपनी ने सारे पुराने लोगों को रखने की बात की है। पिछले 5 महीने के लिए भर्ती किए गए लोगों को नहीं रखा जाएगा, लेकिन हमारी कोशिश है कि नए लोगों को भी रोजगार दिया जाए।
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कलेक्टर बोले – मुझे जानकारी नहीं
इस संबंध में बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस. ने कहा कि मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। आप के माध्यम से पता चल रहा है। मैं पता लगवाता हूं। जांच की जाएगी।