:विशाल ठाकुर:
धमतरी। झिरिया यादव समाज सोरम द्वारा आस्था, परंपरा और सामाजिक एकता के प्रतीक मातर महोत्सव एवं मौली मड़ई का भव्य आयोजन बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर महापौर रामू रोहरा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रंजीत सिंह यादव ने की।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उमेश साहू, श्रीमती पार्वती मोहित साहू, नरेश यादव, श्यामसुंदर सिन्हा, शांतिलाल यादव, जितेंद्र यादव, लक्ष्मीनारायण यादव, अंकित यादव, कृष्ण यादव एवं पवन यादव उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत माता की पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन और आरती के साथ की गई। छत्तीसगढ़ की पारंपरिक परंपरा के अनुसार गाय को सोहाई (सजावट) पहनाकर पूजन किया गया, जो मातृत्व, समृद्धि और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। महिलाओं द्वारा पारंपरिक लोकगीतों और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति ने पूरे वातावरण को सांस्कृतिक रंगों से भर दिया।

महापौर श्री रामू रोहरा ने अपने उद्बोधन में कहा —
“यादव समाज हमारे प्रदेश की संस्कृति और परंपरा का गौरव है। यह समाज मेहनत, निष्ठा और गौ-सेवा के लिए जाना जाता है। मातर महोत्सव जैसे आयोजन हमारी लोकपरंपरा को जीवंत रखते हैं और नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हैं।”
महापौर ने आगे कहा कि ऐसे सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ है, जो समाज में भाईचारा, एकता और संस्कृति के संरक्षण का संदेश देते हैं।
इस अवसर पर समाज के पदाधिकारियों ने महापौर का शाल, श्रीफल और पुष्पहार से आत्मीय स्वागत-सम्मान किया।
अंत में अध्यक्ष श्री रंजीत सिंह यादव ने सभी अतिथियों, समाजजनों एवं ग्रामवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
पूरे आयोजन में श्रद्धा, संस्कृति और समरसता का अनुपम संगम देखने को मिला — जिसने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक अस्मिता और यादव समाज की एकता का सुंदर संदेश दिया।