विपक्षी सांसदों का चुनाव आयोग तक मार्च, पुलिस ने रोका
नई दिल्ली: बिहार में मतदाता सूची संशोधन और मतदान में धोखाधड़ी के आरोपों के विरोध में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसदों ने आज संसद भवन से चुनाव आयोग कार्यालय तक विरोध मार्च किया। हालांकि, इस मार्च को लेकर पूर्व अनुमति नहीं लिए जाने के कारण पुलिस ने परिवहन भवन के पास
बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।

सड़क पर उतरे विपक्षी नेता, बैरिकेड्स कूदकर धरना दिया
- समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस बैरिकेड्स के ऊपर से छलांग लगाई और सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।
- कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी ने नारेबाजी करते हुए मांग की कि चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची की पारदर्शी जांच करे।
- कुछ सांसदों ने बैरिकेड्स पार करके सड़क पर बैठकर धरना दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
विपक्ष का आरोप: “बिहार में मतदाता सूची में हेराफेरी”
विपक्षी नेताओं का आरोप है कि बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण नहीं हुआ है और 2024 के लोकसभा चुनावों में धोखाधड़ी की आशंका है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह पारदर्शी तरीके से मतदाता सूची की जांच करे।
पुलिस का कार्रवाई, कई नेताओं को हिरासत में लिया
पुलिस ने बताया कि इस मार्च के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए प्रदर्शनकारियों को रोका गया। जब नेताओं ने सड़क से हटने से इनकार किया, तो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, महुआ मोइत्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।
क्या है मामला?
विपक्षी दलों का आरोप है कि बिहार में मतदाता सूची में फर्जी नाम शामिल किए गए हैं और कुछ वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह इसकी स्वतंत्र जांच कराए, ताकि आगामी चुनावों में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
अभी तक चुनाव आयोग ने इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।