:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- आधार कार्ड आज भारत के हर नागरिक की पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। सरकारी योजनाओं, छात्रवृत्ति, बैंक खाते, राशन कार्ड सहित लगभग हर सेवा में अब आधार की आवश्यकता होती है। इसी कारण यह जरूरी है कि हर व्यक्ति की आधार जानकारी सटीक, अद्यतन और सुरक्षित रहे। इसी उद्देश्य से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (Mandatory Biometric Update – MBU) की व्यवस्था लागू की है।

इसी दिशा में 28 अक्टूबर 2025 से छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में UIDAI के निर्देशानुसार बड़े स्तर पर अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इस अभियान का संचालन कलेक्टर महोदय के निर्देशन, जिला आधार ईडीएम भूपेंद्र अम्बिलकर के मार्गदर्शन तथा आधार कोऑर्डिनेटर मूलचंद निषाद के नेतृत्व में किया जा रहा है। जिले के सभी ब्लॉकों में यह कार्य विद्यालय स्तर पर किया जा रहा है, ताकि सभी विद्यार्थी समय पर अपने आधार बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकें और भविष्य में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या का सामना न करना पड़े।

“आधार गाइड” टीम के अनुसार, महासमुंद जिले में इस अभियान की शुरुआत के पहले पाँच दिनों में लगभग 2000 से अधिक विद्यार्थियों का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट सफलतापूर्वक किया जा चुका है। प्रारंभिक चरण में सीमित मशीनों के कारण यह सेवा कुछ चुने हुए विद्यालयों में ही उपलब्ध थी, किंतु अब जिले में 25 नई मशीनें आ चुकी हैं जिन्हें प्रत्येक ब्लॉक में चार-चार स्थानों पर स्थापित किया जा रहा है। इससे आने वाले दिनों में जिले के सभी विद्यालयों में यह प्रक्रिया तेज़ी से संपन्न की जा सकेगी।
इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य बच्चों के आधार कार्ड को निष्क्रिय (Deactivated) होने से बचाना और उनकी पहचान को अद्यतन रखना है। UIDAI के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को हर 10 वर्ष में एक बार आधार अपडेट करवाना आवश्यक है। इस दिशा में महासमुंद जिले का यह प्रयास न केवल एक प्रशासनिक कदम है बल्कि नागरिकों की डिजिटल पहचान को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

अभियान के दौरान कुछ तकनीकी चुनौतियाँ, जैसे बिजली कटौती और छोटे बच्चों के फिंगरप्रिंट स्पष्ट न आने की समस्या भी सामने आई, लेकिन आधार ऑपरेटरों और प्रशासनिक टीम ने धैर्यपूर्वक कार्य करते हुए इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। जिला प्रशासन, आधार ऑपरेटरों और विद्यालयीन स्टाफ के बीच समन्वय ने इस अभियान को और अधिक सशक्त बनाया है।
जिला ईडीएम भूपेंद्र अम्बिलकर, आधार कोऑर्डिनेटर मूलचंद निषाद और सभी ब्लॉकों के आधार ऑपरेटरों की सक्रिय भूमिका इस अभियान की सफलता की मुख्य आधार रही। UIDAI और जिला प्रशासन का यह संयुक्त प्रयास न केवल जिले के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा, बल्कि यह डिजिटल इंडिया के उद्देश्य को भी साकार करेगा।
“आधार गाइड” टीम ने जिले के सभी अधिकारियों, ऑपरेटरों और शिक्षकों को अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट अभियान की सफलता पर धन्यवाद दिया तथा आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में यह कार्य और भी व्यापक स्तर पर जारी रहेगा। उद्देश्य यही है कि जिले का कोई भी बच्चा बिना अद्यतन आधार के न रहे और प्रत्येक नागरिक की पहचान सटीक और सुरक्षित बनी रहे ।