राजधानी रायपुर के प्रेस क्लब में ‘लोकजतन सम्मान’ समारोह का आयोजन हुआ. इस अवसर पर “लोकतांत्रिक भारत में पत्रकारिता की चुनौतियां” विषय पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश व्याख्यान देंगे। ‘लोकजतन सम्मान’ समारोह में बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर को मरणोपरांत लोक जतन सम्मान दिया गया. जिसे पूनम वासन ने ग्रहण किया है.

समारोह को बादल सरोज ने संबोधित किया. कनक तिवारी, दिवाकर मुक्तिबोध , कवयित्री पूनम वासन , प्रफुल्ल ठाकुर मंचासीन हैं. पी सी रथ संचालन कर रहे हैं. सम्मान समारोह के साथ ही शैलेन्द्र शैली व्याख्यानमाला की भी शुरुआत होगी, जो 7 अगस्त तक चलेगी.
कौन थे शैलेन्द्र शैली
‘लोकजतन’ के संस्थापक-सम्पादक शैलेन्द्र शैली कवि, लेखक, पत्रकार, चित्रकार, असाधारण वक्ता, संघर्षों के नायक, संगठनकर्ता और राजनीतिक कार्यकर्ता थे। वे अपने समय के प्रखर तथा लोकप्रिय छात्र नेता थे। वे आपातकाल में उस समय मीसा की पूरी अवधि – 19 महीने – जेल में रहे थे, जब वे पूरे 18 वर्ष के भी नहीं हुए थे. उनकी बीएससी भी जेल में पूरी हुई थी.

इसके बाद भी कई जेल यात्राएं उन्हें करनी पड़ीं. वे एसएफआई की केंद्रीय समिति के सबसे युवा सदस्य तथा कामरेड सीताराम येचुरी की अध्यक्षता के समय स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एसएफआई) के राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे थे. वे माकपा के सबसे युवा राज्य सचिव तथा इसकी केंद्रीय समिति के सबसे युवा सदस्य भी रहे. उन्होंने संयुक्त मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ तथा बस्तर के अनेक आंदोलनों में प्रमुख भूमिका निभाई थी.
