संसद के मानसून सत्र की शुरूआत आज से हो गई है. जैसा की अंदेशा लगाया जा रहा था कि सत्र हंगामेदार होगा ठीक वैसे ही सत्र का आरंभ हुआ. सत्र प्रारंभ होते ही विपक्ष ने सरकार को घेरने का प्रयास किया. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर विपक्ष ने तत्काल चर्चा की मांग की. जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नियम के तहत की चर्चा होने की बात कही. इसके बाद विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.

आज प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मुद्दे पर तुरंत चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने स्पष्ट किया कि नियमों के अनुसार, प्रश्नकाल के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा होगी. विपक्षी सांसदों के जोरदार विरोध के बीच स्पीकर बिरला ने उन्हें शांत होने की अपील की. समाजवादी पार्टी (सपा) के कई सांसद अपने आसन के पास खड़े हो गए, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सपा नेता अखिलेश यादव से अपने सदस्यों को समझाने का अनुरोध किया.

बिरला ने कहा, “आप जिस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं, वह प्रश्नकाल के बाद नियमों के तहत ही होगी.” हालांकि, विपक्षी सांसदों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और लगातार हंगामा जारी रखा. इस बीच, सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई और स्पीकर को कई बार सदस्यों को अनुशासन में लाने की कोशिश करनी पड़ी। सरकार की ओर से भी विपक्ष को नियमों का पालन करने की सलाह दी गई.