Lifestyle : PCOS -PCOD होता क्या है?
Lifestyle : आजकल की भागदौड़ भरी, Busy और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल के चलते हम अक्सर अपनी सेहत का सही तरह से ध्यान नहीं रख पाते। जिसके कारण कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं…और इनमें से एक है PCOS- PCOD आजकल हर दस में से एक महिला PCOS- PCOD की शिकार होती है और इसलिए इसके बारे में जागरूकता व जानकारी होना बेहद ज़रूरी है। तो आज इसी बारे में बात करते हैं।
“पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम” या “पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर” एक ऐसी मेडिकल कंडिशन है जो आमतौर पर रिप्रोडक्टिव उम्र की महिलाओं में हॉर्मोनल असंतुलन (hormonal imbalance) के कारण पाई जाती है। इसमें महिला के शरीर में male हॉरमोन – “androgen” – का लेवल बढ़ जाता है व ओवरीज़ पर एक से ज़्यादा सिस्ट हो जाते हैं।
इसके symptoms क्या होते हैं?
कई बार इसके symptoms बाहरी तौर पर नज़र आ जाते हैं और कई बार पता नहीं चलते हैं। लेकिन ये कुछ ऐसे संकेत हैं, जो इस बीमारी की तरफ इशारा करते हैं – वज़न बढ़ना, अनियमित पीरियड्स, शरीर व चेहरे पर एक्सट्रा हेयर ग्रोथ होना, acne, मुहांसों व तैलीय त्वचा की समस्या अचानक से होना, बालों का झड़ना, pelvic pain होना, ओवरी पर कई सिस्ट होना। इसके अलावा हाइ ब्लड प्रेशर, diabetes व दूसरे हॉर्मोन्स का असंतुलन भी इसके बढ़ने पर हो सकते हैं। ये कंडिशन ज़्यादा गंभीर होने पर महिला को pregnant होने में भी मुश्किल होती है।
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PCOS- PCOD होने के कारण क्या होते हैं?
वैसे इसका कोई ठोस कारण पता नहीं चला है, लेकिन ये genetically भी पास होता है और ज़्यादा वज़न होने पर भी इसके होने की संभावना बढ़ जाती है। ज़्यादा तनाव के कारण भी ये समस्या हो सकती है।
PCOS- PCOD होने पर क्या करें?
अगर आप ऊपर दिए गए symptoms की शिकार हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। इसके अलावा diabetes व thyroid टेस्ट ज़रूर करवा लें क्योंकि जो भी महिला PCOS- PCOD से पीड़ित होती है उसके diabetes होने के chances बढ़ जाते हैं और हाइ इंसुलिन लेवल के कारण ओवरीज़ ज़्यादा male हॉर्मोन्स बनाने लग जाती है और इसकी वजह से हाई BP, हाई कोलेस्ट्रॉल व दिल की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
PCOS -PCOD को दूर करने के घरेलू उपाय
डॉक्टर की सलाह व दवाइयाँ लेने के साथ ही ये उपाय घर पर करें…ताकि आपको इससे जल्द छुटकारा मिल जाए। ये हैं कुछ जादूई कुदरती उपाय-
दालचीनी
ये आपके अनियमित पीरियड की समस्या को दूर करने में बड़ी मददगार होती है। एक टीस्पून दालचीनी का पाउडर गरम पानी में मिला कर पी लें। आप चाहें तो इसे अपने cereal, ओटमील, दही या चाय में मिला कर भी पी या खा सकती हैं। इसका सेवन रोज करें, जब तक आपको रिज़ल्ट ना मिलने लगें।
अलसी
यानी flaxseed शरीर में androgen के स्तर को कम करने के साथ ही, कोलेस्ट्रॉल, बीपी को भी कम करती है व दिल की बीमारियों को होने से रोकती है। 1-2 टेब्लस्पून ताज़ी पीसी हुई अलसी को पानी में मिला कर पी लें। इसे रोजाना तब तक पिए, जब तक आपको नतीजे ना मिलने लगें।
मेथीदाना
ये होर्मोंस को संतुलित करने, कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है और साथ ही वज़न कम करने में भी कारगर होता है। तीन टीस्पून मेथीदाने को पानी में 7-8 घंटे के लिए भिगो दें। फिर सुबह खाली पेट एक टीस्पून भीगा हुआ मेथीदाना शहद के साथ मिलाकर खा लें। इसी तरह से एक-एक टीस्पून लंच व डिनर के 10 मिनट पहले खा लें। इस उपाय को कुछ महीने तक करें, जब तक आपको मनचाहे नतीजे ना मिलें।
Apple Cider Vinegar
Lifestyle : ये PCOS- PCOD से लड़ने में बहुत असरदार होता है क्योंकि ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है, जिससे इंसुलिन कम बनता है और हॉर्मोनल असंतुलन भी नहीं होता है। इसके अलावा ये वज़न कम करने में भी सहायता करता है। दो टीस्पून apple cider vinegar को एक ग्लास पानी में मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट व लंच और डिनर से पहले पिएं। इसे कुछ महीने करें, जब तक आपको बीमारी से छुटकारा ना मिल जाए।
इन ज़रूरी बातों को ना भूलें
वज़न कंट्रोल करें
अगर आपका वज़न ज़्यादा है तो उसे काबू में करें क्योंकि ओवरवेट लोगों में PCOS की समस्या गंभीर हो जाती है। वज़न कम करने से androgen का लेवल व दूसरी समस्याएं भी कम होंगी और पीरियड भी नियमित रूप से आने लगेगा। अगर इसके कारण आपको pregnant होने में समस्या हो रही है तो वज़न कम करने से ये समस्या भी दूर हो सकती है, इसलिए वज़न कम करना बेहद ज़रूरी है।
नियमित Exercise करें
वॉक, स्विमिंग, जोगिंग, cycling etc किसी भी तरह की कसरत नियमित रूप से करें। इसके अलावा स्ट्रैस-फ्री होने के लिए आप प्राणायाम व meditation भी कर सकती हैं। वज़न कम करने के साथ ही ये शरीर को सेहतमंद व तनाव मुक्त रखेगा।
सही लाइफस्टाइल का चुनाव करें
स्मोकिंग, alcohol, कोल्ड ड्रिंक्स, जंक फूड, caffeine…इन सभी चीजों से दूर रहे क्योकि ये शरीर को dehydrate करती हैं व दूसरे और भी नुकसान पहुंचाती है। जल्दी उठें व पूरी नींद लें।
खान-पान का रखे ध्यान
Lifestyle : खाने में ओमेगा 3 फेटी एसिड्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें जैसे अलसी, अखरोट etc। इसके साथ ही अपनी डाइट में विटामिन B (खासकर विटामिन B2, B3, B5 व B6) को ज़रूर शामिल करें, Whole grains, नट्स, ताज़े seasonal फल व सब्जियां अपनी रोज की डाइट में ज़रूर शामिल करें। दिन में कम से कम 3 लीटर पानी ज़रूर पिएं।
अब इस बीमारी से घबराने की जगह ये छोटे- छोटे बदलाव आपनी लाइफस्टाइल में लाएं और इसका डट कर मुक़ाबला