डोर टू डोर चल रहा सघन प्रचार-प्रसार
क्षेत्र क्रमांक 9 जालबांधा से सबसे कम उम्र की प्रत्याशी युवा नेत्री शताक्षी सिंह लड़ रही जिला पंचायत सदस्य का चुनाव
खैरागढ़। पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह की तरह आम जनता की नि:स्वार्थ भावना से सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करना चाहती है राजकुमारी शताक्षी सिंह और जिस तरह से ग्रामीणों से उन्हें प्यार और आशीर्वाद मिलता दिख रहा है उसे सच माने तो आम जनता से हमें मिले रूझान में उनकी जीत तय लग रही है. गौरतलब है कि जालबांधा जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 से सबसे कम उम्र की बेहद सरल सहज छवि की जुझारू प्रत्याशी राजकुमारी शताक्षी सिंह का जोर-शोर से गांव गांव में डोर टू डोर प्रचार प्रसार चल रहा है. पाठकों को बता दे कि जालबांधा क्षेत्र क्रमांक 9 के सामान्य महिला सीट के लिए आरक्षित होने के बाद यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आम जनता के बीच बहुत ही लोकप्रिय एवं लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से राजनीती में आकर समर्पण की भावना लिये राजकुमारी शताक्षी सिंह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही है और नामांकन के बाद से अब तक पूरे जिला पंचायत जालबांधा क्षेत्र में युवा नेत्री शताक्षी सिंह आम जनता से डोर टू डोर मिलकर लगातार सतत जनसंपर्क और धुआंधार प्रचार प्रसार कर रही है.
खास बात ये है कि केसीजी जिले में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी शताक्षी सिंह को उनकी बेहद सरल सहज छवि और उनकी पिता के राजनीतिक पूरे क्षेत्र में बीते कई वर्षों से निरंतर सक्रियता एवं जुझारू व्यक्तित्व का भी भरपूर लाभ मिल रहा है वही कई दशकों से पूरे क्षेत्र में लोगों के सुख दुख में उनके परिवार की महत्वपूर्ण भागीदारी एवं उनकी खुद की पूरे क्षेत्र में निरंतर सक्रियता का भी भरपूर लाभ मिलता दिख रहा है वही सरल सहज छवि की वजह से राजकुमारी शताक्षी देवव्रत सिंह से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 जालबांधा के पूरे ग्रामीण भी बहुत प्रभावित लग रहें है और ग्रामीणों के बीच ये चर्चा हो रही है कि जनता के हित के बारे में इतनी कम उम्र में अच्छा सोचने वाली ऐसी सक्रिय नेत्री एक बेहतर मौके की पूरी तरह से हकदार है क्योंकि उनके पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह भी अपने जीवन पर्यंत लोगों की सेवा करते रहें और उसी तरह उनकी बेटी शताक्षी सिंह में भी पिता की तरह सेवा की भावना कूट कूटकर भरी हुई है और वो अपने पिता की तरह ही निरंतर जनता के बीच ही रहना पसंद करती है और हर दुख सुख में लोगों के बीच आकर उनके काम आना चाहती है और हर परेशानी में कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंद लोगों का साथ देना अपना फज़ऱ् समझती है. खास बात ये है कि इस पूरे क्षेत्र में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी शताक्षी सिंह को उनके बेहद सरल सहज जुझारू स्वभाव व पिता की तरह लोगों को समझने व परखने की जबरदस्त योग्यता के चलते पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भरपूर लाभ मिला है. पाठकों को बता दे कि राजकुमारी शताक्षी सिंह अपने पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह के जीवन काल में ही कई वर्षों से राजनीति में सक्रिय रही और पिता की तरह ही सेवा भावना के उद्देश्य के साथ आम जनता और हर वर्ग की सेवा के लिये सदैव समर्पित और सक्रिय रही है वही उनकी सरल सहज छवि एवं आम जनता के बीच राज परिवार के प्रति निष्ठा एवं अपार लोकप्रियता का भी मतदाताओं में जबरदस्त प्रभाव है.
पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह की तरह ही शताक्षी आम जनता के लिए अपना जीवन समर्पित करना चाहती है और वो हमेशा जरूरतमंद लोगों की सेवा को तत्पर भी रहती है और उनकी ये सेवा भावना वाली छवि का भी क्षेत्र में उन्हें अच्छा लाभ मिल रहा वही वो अपने पिता की तरह ही बहुत अच्छी वक्ता भी है जिस वजह से गांव गांव में प्रचार के दौरान ग्रामीण उनके संबोधन के सरल तरीके से बहुत प्रभावित हो रहें है वही इतनी कम उम्र में शताक्षी के जुझारू व्यक्तित्व और सरल सहज छवि के साथ उनकी बेबाकी से भी वो जनता के दिल में जगह बना रही है और इन सब विशेषताओं का भरपूर लाभ भी आम जनता के बीच जाने पर उन्हें मिल रहा है वही सभी समाज में भी उनके पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह की लोकप्रियता और दमदार छवि और पूरे राज परिवार की पूरे क्षेत्र में जबरदस्त पकड़ का लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है और खास बात ये है कि जालबांधा क्षेत्र क्रमांक 9 में अगर सभी वर्गों के लोगों के बीच राजकुमारी शताक्षी सिंह ने अपनी मजबूत पकड़ मतदान के दिन अर्थात् 20 फऱवरी गुरुवार तक बरकरार रखी और सभी समाज को अपने पक्ष में लामबंद करने में सफल हो गई तो उनके पिता राजा देवव्रत सिंह के स्वच्छ राजनीति में अपार अनुभव और उनकी खुद की सरल सहज छवि की वजह से वो इस बार का जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जनता के प्यार और आशीर्वाद से आसानी से जीत सकती है. बहरहाल अब देखना ये है कि शताक्षी सिंह की सरल सहज एवं बेदाग छवि का उन्हें 20 फरवरी गुरुवार को आम जनता द्वारा किये गये मतदान में कितना लाभ मिलता है और ये मतगणना के दौरान स्पष्ट भी हो जायेगा. फिलहाल प्रचार के अंतिम दिन बुधवार 19 फरवरी तक राजकुमारी शताक्षी सिंह पूरे जालबांधा क्षेत्र क्रमांक 9 के 23 ग्राम पंचायत एवं तकरीबन 36 गांव में अन्तिम छोर के व्यक्ति तक कई दफे डोर टू डोर पहुंच चुकी है और अपने कट्टर समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बहुत ही सरलता एवं सहजता से हर गांव-गांव में डोर टू डोर जाकर आम जनता से मिलकर वो अपने पक्ष में छाता छाप में मतदान करने की अपील भी कर रही है. इस दौरान शताक्षी सिंह प्रत्येक गांव में पहुंचकर वहां पर बड़े, बुजुर्गों, महिलाओं, बेटियों से लेकर युवा वर्ग से मिलकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही है और पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह को याद कर भावुक भी हो जा रही है.
हर वर्ग के हित में बेहतर काम व पूरे क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कर पिता के अधूरे सपने को पूरा करना मेरा प्रथम लक्ष्य: शताक्षी सिंह
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 जालबांधा से निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमारी शताक्षी सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि पूरे जालबांधा जिला पंचायत क्षेत्र में हर वर्ग के हित में बेहतर काम करना और पूरे क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कार्य कर अपने पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह के अधूरे सपने को पूरा करना मेरा प्रथम लक्ष्य है और सभी लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से ही मैं ये जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हूं. शताक्षी सिंह ने कहा कि वो पहले भी अपने पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह के साथ उनके चुनाव प्रचार में गांव-गांव जाती थी और अभी भी जब वो गांव-गांव प्रचार करने जा रही है तो उन्हें पूरे क्षेत्र की जनता का भरपूर प्यार और आशीर्वाद लगातार मिल रहा है जो साबित करता है कि जनता के भरपूर स्नेह और पूर्ण आशिर्वाद से वो बड़ी जीत अवश्य हासिल करेंगी।
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 जालबांधा से छाता छाप में चुनाव लड़ रही राजकुमारी शताक्षी सिंह को उनके पिता स्व. देवव्रत सिंह के सफल राजनीतिक जीवन व महान व्यक्तित्व का भी भरपूर लाभ मिल रहा है. गौरतलब है कि जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी शताक्षी सिंह के पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह ने उनकी मां रानी रश्मि देवी सिंह के निधन के पश्चात सन 1994 से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुवात की थी और वो 4 बार खैरागढ़ विधानसभा से विधायक और एक बार राजनांदगांव लोकसभा के सांसद भी रहें, इस तरह राजा देवव्रत सिंह ने सन 1994 से लेकर अपनी अन्तिम सांस नवंबर सन 2021 तक तकऱीबन 27 वर्ष तक क्षेत्र वासियों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था, उनका महान व्यक्तित्व एवं बेदाग छवि का भी शताक्षी को भरपूर लाभ मिल रहा है.
पिता और दादी जैसी बेहद सरल सहज एवं बेदाग छवि से भी ग्रामीण हो रहें प्रभावित
पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह और दादी स्व. रानी रश्मि देवी सिंह की उनके राजनीतिक जीवन में बेहद सरल सहज एवं बेदाग छवि जैसे शताक्षी की भी बहुत ही सरल और दमदार छवि से चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीण बहुत प्रभावित दिखे.
सरल स्वभाव और लोकप्रियता की वजह से हर वर्ग से शताक्षी को मिल रहा अपार जनसमर्थन
हर वर्ग के बीच अपनी लोकप्रियता और सरल सहज स्वभाव के साथ अपनी सेवाभावी छवि की वजह से पूरे क्षेत्र में शताक्षी निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए भी जनता के बीच बहुत लोकप्रिय है और इसलिए जालबांधा जिला पंचायत क्षेत्र में प्रत्येक गांव में प्रचार के दौरान उनका बहुत ही जोशीला स्वागत सत्कार किया जा रहा है और गांव की जनता जिला पंचायत सदस्य चुनाव में उन्हें बड़ी जीत का भरपूर आशीर्वाद भी दे रही है.
खास बात ये है कि बड़े बुजुर्ग, महिलाओ सहित युवा वर्ग भी गांव गांव में राजकुमारी शताक्षी देवव्रत सिंह से बहुत प्रभावित दिख रहें है. महिलाओ व बुजुर्गो का कहना है कि अपने पिता की तरह शताक्षी भी हर बड़े बुजुर्ग और मां बहनों की बहुत इज़्जत करती है वही युवा वर्ग का कहना है कि जिला पंचायत सदस्य चुनाव लड़ रहीं राजकुमारी शताक्षी सिंह अपने पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह जैसे ही बहुत ही सरल सहज स्वभाव की है और वो हम युवाओं के लिए बहुत बेहतर और नेक सोच रखती है जैसे उनके पिता स्व. राजा देवव्रत सिंह हमेशा युवा वर्ग और बेटियों को भी बेहतर मार्गदर्शन प्रदान कर बेहतर भविष्य के लिये अच्छी सलाह देकर प्रेरित करते थे और ऐसा ही गुण शताक्षी में भी है. इस वजह से भी गांव-गांव में युवाओं में इस बात का भी प्रभाव है कि ऐसी बेहतर सोच की धनी नेता की जालबांधा जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 के वासियों को भी बहुत जरूरत है ताकि युवा वर्ग को बेहतर भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण सहयोग और मार्गदर्शन मिलता रहें.