Kasdol Police जमीन एवं पैसों का लेनदेन बना विवाद का कारण,  रिश्तेदार भाई भतीजों ने सुला दी मौत की नींद

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Kasdol Police कसडोल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही हत्याकांड का पर्दाफाश आरोपी अब जेल के सीखंचो में

 

Kasdol Police बलौदाबाजार !  कसडोल के असनींद में हुए हत्याकांड में जमीन का विवाद और पैसों का लेनदेन बना विवाद का कारण जिससे तैस में आकर सुनियोजित तरीके से मृतक के आने जाने के समय की रेकी कर रिश्तेदार भाई भतीजों ने ही टेक्टर से कुचलकर कर दी हत्या अब जेल में कटेगी रात।

बलौदाबाजार जिले के कसडोल थाना क्षेत्र में हुए पूर्व जनपद सदस्य एवं कांग्रेस नेता दयाराम जायसवाल की हत्या का खुलासा कसडोल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर कर दिया । पूरा मामला जमीन विवाद का बताया जा रहा है । हत्यारा कोई और नही मृतक के परिवार वाले ही निकले जो रिश्ते में भाई और 2 भतीजे है ।

Kasdol Police दरअसल 14 मार्च को कसडोल थाना के असनीद -हटौद मार्ग में अल सुबह मॉर्निंग वॉक में निकले पूर्व जनपद सदस्य एवं कांग्रेस नेता दयाराम जायसवाल की खून से लथपथ लाश मिली थी । सड़क पर आने जाने वाले की निगाह लाश पर पड़ी तो फिर गांव वालों को सूचना दी तब कोटवार ने उक्त घटना की सूचना कसडोल पुलिस को दी । पुलिस सूचना पाकर तत्काल घटना स्थल रवाना हुआ और हत्या को समझते देरी नही लगी । क्योकि आरोपियों ने मृतक को ट्रेक्टर से रौंद कर मौत का घाट उतारा था । फिर क्या था पुलिस वालों ने पूरे असनीद गांव में खूनी ट्रेक्टर के छानबीन में लग गए ।

Kasdol Police  पड़ताल के दौरान पुलिस को एक सुराग हाथ लगी कि आरोपी के परिवार के ही पास ट्रेक्टर देखा और जाकर मुआयना किया तो आरोपी के एक पैर का चप्पल जो घटना स्थल पर मिला था दूसरा चप्पल ट्रेक्टर में था वही ट्रेक्टर में लगे कीचड़ व खून के धब्बे भी सबूत के रूप में मिल गये । FSL टीम रायपुर को माजरा समझते देर नही लगी । कसडोल पुलिस ने तत्काल आरोपियों को दबोच लिया गया । जिसमें रामसागर जायसवाल, संजू जायसवाल व सत्यनारायण जायसवाल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबूल कर लिया । तीनो आरोपी के खिलाफ 302, 120 बी, 201 भादवि कायम कर रिमांड में जेल भेज दिया गया ।

कसडोल थाना प्रभारी मंजुलता राठौर ने बताया कि पूरा मामला जमीन विवाद का है । जिसमे आरोपी रामसागर जायसवाल के दिवंगत भाई सुखसागर जायसवाल के नाम से असनीद में ही 3 एकड़ जमीन जयराम चौहान जो को दिल्ली में रहते है वसीयत कर दिया है उसे 10 वर्ष से सुखसागर जायसवाल खेती किसानी कर रहा था । 1 साल पहले सुखसागर जायसवाल की मौत हो गयी । जिसके बाद मृतक दयाराम जायसवाल ने जयराम चौहान को सुखसागर जायसवाल के दिवंगत हो जाने पर हस्तक्षेप करने लगा और जमीन को अपने सुपुर्द करने की बात करने लगा ।

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वर्तमान में मृतक दयाराम जायसवाल द्वारा आरोपियों के द्वारा बेचे गए धान का पैसा भी जयराम चौहान को निकालकर अपने पास रखने के लिए बोला तब जयराम ने सभी रुपये को बैंक से जाकर निकाल लिया । इसी बात को लेकर 13 मार्च को आरोपियों और मृतक के बीच कहासुनी भी हुई थी । जिसके बाद रात में ही दयाराम की हत्या की साजिश आरोपियों ने रच डाली थी । जैसे ही 14 मार्च की सुबह मॉर्निंग वॉक में दयाराम निकले तब घर से आरोपियों ने ट्रेक्टर निकाले और गांव से बाहर दयाराम की कुचलकर हत्या कर दी । वही घटना के चंद घंटो में ही आरोपी पुलिस के शिकंजे में फंस गए और अब उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

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