IT Department : आईटी विभाग अपने ही विभाग की कार्य पर इज्ज़त का पतीला लगाने की तैयारी में
IT Department : सक्ती आईटी विभाग के द्वारा छापामार कार्रवाई की गई थी उक्त कार्यवाही में इनके द्वारा क्या कार्रवाई की गई किस स्थान से क्या प्राप्त किया गया इस संबंध में किसी भी प्रकार की प्रेस विज्ञप्ति और ना ही पत्रकारों को जानकारी दी गई थी लगातार आईटी विभाग के अधिकारियों से नगर के पत्रकार गण के द्वारा जानकारी ली जा रही थी कि आप क्या
IT Department : कार्यवाही किए हैं और क्या पाए हैं परंतु उनके द्वारा एक ही जवाब रहता था कि हम किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं बताएंगे और सारी जानकारी हम रायपुर में जाकर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी जाएगी विदित हो कुछ माह पहले शक्ति में आयकर विभाग की रेड कार्यवाही 7 स्थानों पर की गई थी कुछ स्थानों पर कार्यवाही किया जाना लोगों
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के गले नहीं उतर रही थी इस पर विभाग हंसी का पात्र बना था और आईटी विभाग के द्वारा 3 महीने बाद फिर आया नोटिस का दौर जिसमें निम्न वर्ग के लोगों को भी आयकर विभाग ने नोटिस दिया जिसमें नाई धोबी मोची तक को नोटिस जारी कर विभाग अपनी किरकिरी करा चुका है अब विभाग द्वारा सक्ती थाने में एक उल्लू जुनून एफ आई आर के
लिए खत लिखा है यह खत भी पुलिस विभाग के पास पहुंचने से पहले ही विभाग के कुछ जयचंदो के द्वारा सोशल मीडिया में पहले ही दे दिया गया इससे प्रतीत होता है कि आईटी विभाग की कार्यवाही से पहले जयचंदो की चल रही है आइ टी विभाग द्वारा सक्ती थाने मे पत्र भेज कर धारा एक सौ 186 लगाए जाने का उल्लेख किया गया है ज्ञात
हो यह धारा शासकीय कार्य में अवरोध उत्पन्न करने की धारा है आईटी विभाग के कार्यवाही में यदि शासकीय कार्य में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा था तो आईटी विभाग के आला अधिकारियों एवं जवानों के द्वारा तत्काल थाने में सूचना क्यों नहीं दी गई जबकि प्रत्येक संस्थानों में सीआरपीएफ के जवान ak-47 लेकर उपस्थित थे ऐसी स्थिति में
यदि शासकीय कार्य में कोई अवरोध उत्पन्न कर रहा था तो स्थानीय थाने में उनके द्वारा सूचना तत्काल क्यों नहीं दी गई आज 3 महीने बाद उक्त की जानकारी देना समझ से परे है आईटी विभाग के द्वारा थाने में एफ आई आर नहीं होने पर आइटी विभाग द्वारा न्यायालय में परिवाद दायर करने की बात आज कुछ अखबारों के माध्यम से पता चला है
आयकर विभाग की गलत कार्यवाही के कारण लाचारी देखते ही बन रही है विभाग के ही सूत्रों की माने एवं जनमानस में चर्चा है कि सक्ती के कुछ ब्लैकमेलर अपनी निजी दुश्मनी भुनाने के लिए आयकर विभाग के अधिकारियों को गुमराह कर उल्टे सीधे काम करवा रहा है उक्त ब्लैकमेलर आयकर विभाग रायपुर के लगातार चक्कर काट रहा है
इसका प्रमाण आयकर विभाग के सीसी कैमरे से देखा जा सकता है आवक जावक में इसको नाम दर्ज न करने की छूट एक अधिकारी के द्वारा दी गई है जबकि किसी भी व्यक्ति को आईटी विभाग कार्यालय के अंदर जाने से पहले आवक जावक रजिस्टर में प्रत्येक ब्यक्ति का नाम दर्ज करना होता है यहां तक की सीए को भी अपना नाम दर्ज कर
अधिकारी से मिलने जाना पड़ता है ब्लैकमेलर व्यक्ति अपने निजी स्वार्थ के लिए पहले भी कई अधिकारियों को न्यायालयीन प्रक्रिया में उलझा चुका है अब उन्हीं अधिकारियों को दस्तावेज उपलब्ध कराने के नाम पर मोटी रकम की मांग कर उन अधिकारियों से की जा रही है जो इस के कहने पर उल्टे सीधे काम किए थे अब देखना यह है कि आगे होता है क्या
अगले अंक में आईटी विभाग के कई गंभीर पोल खुल सकते हैं