रायपुर। छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड के बीच स्कूली छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी संभागीय संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य शीतलहर के प्रभाव से विद्यार्थियों को सुरक्षित रखना है।
जारी पत्र में विभिन्न विभागों—स्कूल शिक्षा, नगरीय निकाय, मौसम विभाग, लोक निर्माण विभाग, श्रम विभाग, पर्यटन विभाग और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग—के लिए अलग-अलग दिशानिर्देश तय किए गए हैं। शिक्षा विभाग से कहा गया है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी शीतलहर चेतावनी के अनुसार स्कूलों के समय में आवश्यकतानुसार परिवर्तन किया जाए। साथ ही कक्षाओं को गरम रखने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि शीतलहर की स्थिति में प्राथमिक उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में प्राथमिक उपचार बॉक्स उपलब्ध हों और उन्हें विद्यालय में उचित स्थान पर रखा जाए। इसके अलावा अस्पतालों और आपातकालीन सेवाओं के संपर्क नंबर विद्यालय में उपलब्ध करवाना अनिवार्य किया गया है। गंभीर रूप से प्रभावित विद्यार्थियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था और जिम्मेदार शिक्षक का नाम चिन्हांकित करने के निर्देश दिए गए हैं।
विद्यालय परिसर में शीतलहर से बचाव संबंधी सुझावों के बैनर लगाने और कक्षाओं में शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों को आवश्यक सावधानियों की जानकारी देने पर भी जोर दिया गया है। इन निर्देशों का उद्देश्य ठंड के मौसम में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।