अमेरिकी टैरिफ पर भारत की प्रतिक्रिया: “हमारे संबंध योग्यता पर आधारित, न कि तीसरे देश के दबाव पर”


मुख्य बिंदु:

  1. अमेरिकी टैरिफ का विरोध:
  • जायसवाल ने कहा, “हमारे संबंध किसी तीसरे देश के चश्मे से नहीं देखे जाने चाहिए।”
  • भारत-रूस संबंधों को “स्थिर और समय-परीक्षित साझेदारी” बताया।
  1. ईरान पर प्रतिबंधित भारतीय कंपनियों पर रुख:
  • “हमने प्रतिबंधों को नोट किया है और इस पर गौर कर रहे हैं।”
  1. भारत-अमेरिका संबंध:
  • “हमारी वैश्विक रणनीतिक साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों और साझा हितों पर आधारित है।”
  • टैरिफ के बावजूद संबंधों को “मजबूत” बताया।
  1. रूस से तेल खरीद पर स्पष्टीकरण:
  • कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के दावों को खारिज करते हुए कहा, “हम बाजार और वैश्विक स्थिति के अनुसार निर्णय लेते हैं।”
  1. यमन में फंसी भारतीय नर्स निमिषा प्रिया का मामला:
  • “हम सजा पर रोक लगवाने में सफल रहे। मामले पर नजर बनाए हुए हैं और मित्र देशों से संपर्क में हैं।”
  • मीडिया में फैल रही अफवाहों से बचने की अपील की।

पृष्ठभूमि:

  • अमेरिका ने भारत पर टैरिफ इसलिए लगाया क्योंकि भारत रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है, जबकि पश्चिमी देश रूस पर यूक्रेन युद्ध को लेकर प्रतिबंध लगा चुके हैं।
  • भारत ने पहले भी स्पष्ट किया है कि वह अपनी ऊर्जा जरूरतों को प्राथमिकता देगा।

आगे की रणनीति:

  • विशेषज्ञों का मानना है कि भारत अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखेगा, लेकिन रूस से तेल खरीद पर कोई रियायत नहीं देगा।
  • यदि टैरिफ लागू होता है, तो भारत अपने निर्यात को अन्य बाजारों में शिफ्ट कर सकता है।

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