भानुप्रतापपुर – भानुप्रतापपुर नगर और आसपास के क्षेत्रों की जनसमस्याओं को लेकर शिवसेना ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है। विगत कई वर्षों से क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर शिवसेना विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष कर रही है। इसी क्रम में भानुप्रतापपुर के मुख्य चौक में शिवसेना द्वारा एक विशाल मोर्चा निकाला गया। इस दौरान क्षेत्र की प्रमुख मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रमुख मांगें:
मोर्चे का मुख्य उद्देश्य भानुप्रतापपुर की वर्षों पुरानी समस्याओं को सरकार के समक्ष रखना और समाधान की मांग करना था। शिवसेना ने ज्ञापन के माध्यम से निम्नलिखित प्रमुख मुद्दे उठाए:
शासकीय भूमि पर काबिज़ लोगों को भूमि स्वामी हक पट्टा:
शिवसेना ने मांग की है कि भानुप्रतापपुर और आसपास के क्षेत्रों में वर्षों से शासकीय भूमि पर निवासरत गरीब परिवारों को भूमि स्वामी हक पट्टा दिया जाए। यह योजना राज्य के अन्य क्षेत्रों में लागू की गई है, लेकिन भानुप्रतापपुर क्षेत्र के लोग अब तक इससे वंचित हैं।
मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्थापना:
भानुप्रतापपुर क्षेत्र की बड़ी जनसंख्या के लिए यहां एकमात्र शासकीय चिकित्सालय ही स्वास्थ्य सुविधाओं का केंद्र है। लेकिन यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों, महिला चिकित्सकों, योग्य तकनीशियनों और आधुनिक उपकरणों की कमी है। शिवसेना ने मांग की है कि इस अस्पताल को मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
अवैध नशाखोरी और जुए पर रोक:
शिवसेना ने क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे गांजा, कोरेक्स, अवैध शराब और जुए के प्रचलन पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि नशे के कारण युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है और आए दिन दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। शिवसेना ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई कर इस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की अपील की।
मोर्चे को संबोधित करते हुए शिवसेना नेताओं ने कहा कि भानुप्रतापपुर क्षेत्र के लोगों की बुनियादी समस्याएं आज भी जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जल्द इन मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो शिवसेना जनता के साथ मिलकर बड़े आंदोलन की तैयारी करेगी।
मोर्चे के समापन के बाद शिवसेना के पदाधिकारियों ने भानुप्रतापपुर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि इन सभी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए ताकि क्षेत्र की जनता को राहत मिल सके।
शिवसेना का यह मोर्चा क्षेत्र की जनता की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस पर कितनी जल्दी संज्ञान लेते हैं और क्षेत्र के विकास और जनता की बेहतरी के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।