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:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- नगर के बड़े तालाब में सौंदर्यीकरण के नाम से जो भी नगर सरकार नगर पालिका में चुन कर आती है वह इस तालाब में सिर्फ प्रयोग करती है । अभी तक कम से कम 3 बार सौंदर्यीकरण किए जाने के नाम से योजनाओं में अभी तक लाखों रुपए खर्च कर दिया गया पर तालाब की आज भी वही स्थिति है जो पूर्व में थी । सौंदर्यीकरण के नाम से सिर्फ वी सिर्फ भ्रष्टाचार किए जाने की ही नंगे में चर्चा का विषय बने रहता है । इस संबंध में विगत 18 /11/2025 को ” आज की जनधारा” द्वारा इस संबंध में तालाब में व्याप्त गंदगियों , तालाब के जल ग्रहण क्षमता को कम किए जाने , कंक्रीटनिर्माण में व्याप्त भ्रष्टाचार , विधायक की असहमति के बावजूद स्ट्रीट लाइट खंभों को लगा दिए जाने तथा सड़क मार्ग वो तालाब किनारे व्याप्त झाड़ियों के झुंड से संबंधित समाचार का प्रकाशन कर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था । समाचार प्रकाशन के बाद नगरपालिका हरकत में आई तथा सिर्फ झाड़ियों की सफाई तक सीमित हो गई ।

इस संबंध में बड़े तालाब में अपुष्ट जानकारी के अनुसार नगरपालिका द्वारा लगभग सवा करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण का कार्य करवाया जा रहा है । तालाब के अंदर से सीमेंट की दिवाल दी जा रही है । इस दिवाल के निर्माण से लगभग 10 फीट लंबी तलब की चढ़ाई कम हो गई है । तालाब के काफी दूर दिवाल दिए जाने से तलब की जल ग्रहण क्षमता भी प्रभावित हो रही है । तालाब की देखरेख व साफ सफाई के अभाव में काफी दिनों तक गंदगी व कचरा भरे रहने से पानी प्रदूषित भी हो रहा है । कुछ दिनों पूर्व इस तालाब में वर्षों से नहाने वालो ने बताया था कि इस प्रदूषित पानी के चलते नहाने के बाद खुजली की शिकायतें आ रही थी ।

तालाब के चारों तरफ आने जाने के लिए सीमेंटेड सड़क बनाई जानी है पर यह अभी एक ही तरफ बन पाई है । इस सड़क निर्माण को इतने घटिया सामग्री का उपयोग कर बनाया गया है कि शुरू से आखिरी तक सड़क के बीचों बीच वो अनेक जगहों पर लंबी व गहरी दरारें आ गई है वहीं मोटाई भी संभवत कम होने के कारण जगह जगह सदके क्षतिग्रस्त हो चुकी है । यह स्थिति तब है जब अभी सौंदर्यीकरण का कार्य आधा भी नहीं हुआ है ऐसे में इस सड़क की दीर्घकालीन उपयोगिता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है ।

नगरवासियों के मनोरंजनार्थ तालाब के पीछे चौपाटी का निर्माण किया जा रहा है । जिसकी अभी शुरुवात ही हुई है । इसी चौपाटी में जिन जंग लगे खंभों को विधायक द्वारा जप्ती बनाए जाने का निर्देश दिया गया था इस निर्देश की अवहेलना कर चौपाटी में लगा दिया गया । जिस तरह से सौंदर्यीकरण के नाम से नगरवासियों के मेहनत की कमाई व टेक्स के रूप में दिए जा रहे पैसों के साथ ही सरकार द्वारा विकास के लिए दिए जा रहे धनराशि की कैसे बर्बादी व भ्रष्टाचार किया जा रहा है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण नगरपालिका द्वारा किए जा रहे निर्माण वो विकास कार्यों के देखा जा सकता है । सोशल मीडिया में यह हमेशा सुर्खियों में प्रमुखता से ट्रोल होते देखा जा सकता है ।
विगत 18 /11/2025 को “आज की जनधारा ” में समाचार प्रकाशन के तत्काल बाद सड़क के दोनों तरफ झाड़ियों को काटकर सफाई तो के दी गई पर अभी भी गंदगी कम नहीं हुई है ।
