:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली। शहर से पदमपुर मार्ग के ओवरब्रिज से लगभग एक किलोमीटर की सड़क जो कि नगर के सबसे व्यस्त मार्ग कहलाता है । इस सड़क के दोनों तरफ नाली निर्माण के अभाव में सड़क किनारे स्थित घरों- दुकानों का पानी सड़क में आने से एक तरफ क्षतिग्रस्त हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ सड़क के दोनों तरफ गंदे पानी के चलते चलना भी दूभर हो गया है । इस समस्या को विगत 3 नवंबर को ” आज की जनधारा” द्वारा समाचार प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था । जिसके तहत लोक निर्माण विभाग द्वारा कुछ दूरी तक डामरीकरण वो पिचिंग का कार्य प्रारंभ किया गया है । किंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए जा रहे इस कार्य से आसपास के निवासी व व्यवसायी संतुष्ट नहीं है ।

उनका कहना है कि डामरीकरण का कार्य पुराने सड़क के कुछ हिस्सों को छोड़ दिया जा रहा है साथ ही डामरीकरण की मोटाई भी काफी कम है । नाली निर्माण के अभाव में फिर सड़क में पानी जायेगा व सदके फिर खराब होगी । इसलिए इसके साथ ही नाली निर्माण भी पानी निकासी के लिए आवश्यक है ।
ज्ञातव हो कि सरायपाली से पदमपुर मार्ग व ओव्हरब्रिज व कुटेला चौक के बीच सड़क किनारे बने घरों व दुकानों के पानी सड़क में आने से ओव्हरब्रिज के पास का लगभग 500 मीटर सड़क में हमेशा व 12 महीनों सड़क में गन्दापानी बहते रहता है।

इस गंदे पानी से उठने वाली दुर्गन्ध से आसपास रहने वालों व राहगीरो का चलना मुश्किल हो गया है। सड़क के दोनों तरफ नाली के अभाव के कारण लोग सड़क में ही पाईप के सहारे घरों का पानी छोड़ने से यह स्थिति निर्मित हो रही है।
इस संबंध में इस क्षेत्र के कुछ प्रभावित दुकानदारों व रिहायशी व्यक्तियों ने बताया कि कुटेला चौक से ओव्हरब्रिज तक लगभग 1000 मीटर लंबी सड़क है। जिनमे ओव्हरब्रिज से कुटेला चौक तरफ जाने वाले सड़क व सड़क का लगभग 100 मीटर की दूरी तक नगरपालिका व शेष क्षेत्र जोगनीपाली पंचायत के अंतर्गत आता है। हालांकि शेष काफी बडा हिस्सा जरूर जोगनीपाली पंचायत में आता जरूर है पर नगरपालिका से सीमा से लगे होने के कारण इसका अहसास नही होता।
नगरपालिका को चाहिए कि इस क्षेत्र को नगरपालिका के अन्तर्गत मिलाने का प्रयास किया जाना चाहिए ताकि इन सभी लोगो को नगरीय निकायों के सुविधाओं का भी लाभ मिल सकेगा। इस सड़क व क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा लगभग 95 प्रतिशत पंचायत क्षेत्र में होने के कारण नगरपालिका यहां नाली निर्माण भी नहीं कर पा रही है वहीं पंचायतें इस ओर ध्यान नहीं दे रही है जिसकी वजह से सड़क किनारे लोगो को नाली व मूलभत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। इसी वजह से यहां दो क्षेत्री की सीमा लगने से लोग सुविधाओ से वंचित हो रहे हैं। दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि पंचायत क्षेत्र का अधिकांश भूमि ऊंचे स्थल पर है व ढलान नगरपालिका क्षेत्र में होने के कारण भी बाधा उत्पन्न हो रही है

। पानी निकासी की समस्या के चलते इस मार्ग के किनारे बसे अनेक घरों व दुकानो का पानी पाईप डालकर सड़क में छोड़े जाने से दुकानदारों व राहगीरो को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घर व मकानों के गंदे पानी को सड़क में छोड़े जाने व पानी निकासी की समस्याओं के चलते यह पानी सड़क में ही जाम रहता था जिसकी वजह से सड़क का काफी हिस्सा कीचड़युक्तव दुर्गन्धपूर्ण पानी से बजबजाते रहता है। पानी के चलते वाहनों से गुजरना व सड़क पर चलना असुरक्षित हो गया है।
सड़क किनारे बसे दुकानों व मकान मालिकों को नाली की सुविधा मिलेगी इसकी संभावना नजर नहीं आ रही है क्योंकि जब तक नगरपालिका व ग्राम पंचायत जोगनीपाली संयुक्त रूप से आपसी सहमति व्यक्त कर नाली निर्माण की दिशा में पहल व प्रयास नहीं करेंगे तब तक नाली निर्माण संभव नहीं है और जब तक नाली निर्माण की सुविधा प्रभावित दुकानदारों को नहीं मिलेगी तब तक सड़क में पानी रुकना बन्द नहीं हो सकेगा। इस पानी के कारण सड़क का डामर पूरी तरह उखाड़ने के बाद बड़े-बड़े गड्ढे बन जाने व इन गड्डों में हमेशा पानी भरे रहने से आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिसके चलते राहगीर व दुकानदार भी परेशान हैं।
ग्राम पंचायत जोगनीपाली व नगरपालिका की लापरवाही व उदासीनता के चलते न सड़क बन पा रही है और न ही सड़क के दोनों तरफ नालियों का निर्माण हो पा रहा है। जब तक सड़क के दोनों तरफ नालियों का निर्माण नहीं होगा तब तक घरेलू दुकानों व बरसाती पानी की निकासी संभव नहीं है। पानी निकासी के अभाव में ही ओव्हरब्रिज के नीचे प्रतिवर्ष बरसात के दिनों में लबालब पानी भर जाता है जिससे आवागमन पानी कम होते तक रुक जाता है। इस समस्या के निदान हेतु नगरपालिका व ग्राम पंचायत जोगनीपाली के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को आपस सहमति व योजना बनाकर इस समस्या के समाधान के लिए पहल व प्रयास किया जाना चाहिये