:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- नगर के पुरानी मंडी के पास के पास गांधी चौक निर्मित है । कहते हैं कि यहां स्वतंत्रता दिवस के समय से झंडोत्तोलन किया जा रहा है व गांधी जी के नाम से इसका नाम भी गांधी चौक रखा गया है ।
नगर में जब भी स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस के समय विभिन्न स्थानों , शिक्षण संस्थाओं के पूर्व यहां संयुक्त रूप से सर्वप्रथम झंडोत्तोलन किया जाता है उसके बाद ही अन्य स्थानों पर अन्य सभी स्थानों पर झंडा फहराया जाता है ।
किंतु दुखद की इस ऐतिहासिक स्थल की नगरपालिका द्वारा कोई देखरेख व संरक्षित नही किया गया है ।
आज यह गांधी चौक चारो तरफ से अतिक्रमण , बेजा कब्जो व गंदगियों से भरा पड़ा है । इस गांधी चौक की याद नगरपालिका को वर्ष में सिर्फ 2 बार 15 अगस्त व 26 जनवरी को ही याद आती है शेष 363 दिन यहां अतिक्रमण , गंदगी व बाजार लगे रहता है । आज की स्थिती में इस गांधी चौक के आसपास बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं जिस पर पानी लबालब भर हुवा है साथ ही गंदगी भी बहुत है ।

एक दिन बाद 15 अगस्त को यहां झंडोत्तोलन होना है । इस कीचड़ व गंदगी में लोग कैसे खड़े होंगे व झंडोत्तोलन कैसे होगा यह विचारणीय है । इज़के साथ ही मात्र 50 फिट के बाद मंडी कॉम्प्लेक्स में बेहद कचरा कूड़ा सब्जियों का भरा पड़ा है जो भारी बदबू फैला रहा है इसी जगह लोग मूत्रालय की कमी के कारण खुले में मूत्रत्याग करने व बेहद कीचड़ होने के कारण यहां चलना व रुकना भी दूभर हो गया है ।
नगरपालिका में पूर्व कांग्रेस सरकार के समय गांधी व अंबेडकर मूर्ति स्थापना के लिए राशि भी स्वीकृत हो गई थी किंतु अविश्वास प्रस्ताव के बाद कांग्रेस की सरकार जाने के बाद भाजपा की सरकार बनने के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया व तुरत फुरत में अपने निजी स्वार्थवश पूर्व प्रस्ताव को दरकिनार कर
अटल परिसर का निर्माण कर लोकार्पण भी कर दिया गया । नगर पालिका के इस निर्णय का कॉन्ग्रेसजनो ने विरोध भी किया था ।

वहीं इस संबंध मे अनेक नगरवासियो व प्रबुद्धजनों ने इस ऐतिहासिक स्थल गांधी चौक में हो रहे अतिक्रमण व गंदगियों से बचाने इसे चारो तरफ से घेरा कर सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए । ताकि इसका सरंक्षण किया जा सके । इज़के साथ ही इस स्थल पर गांधी की मूर्ति शीघ्र स्थापित किये जाने की मांग भी की गई है ।