History of Ayodhya
History of Ayodhya :जब भी अयोध्या का नाम आता है तो जहन में भगवान राम के नाम की गूंज सुनाई पड़ती है. लेकिन अयोध्या का इतिहास रामायण ही नहीं बल्कि अन्य काल खंड में भी रहा है. अयोध्या, भारतीय सांस्कृतिक और इतिहासिक महत्व का एक प्रमुख स्थान है,
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History of Ayodhya :जिसका इतिहास विभिन्न कालों में बदला है. यहां अयोध्या के महत्वपूर्ण घटनाओं का संक्षेप दिया गया है. जिसे देश के हर व्यक्ति को जानना जरूरी है. वर्तमान में तो अयोध्या विश्व के बड़े धार्मिक केन्द्रों के नाम से जाना जा रहा है.
प्राचीन काल की बात करें तो महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र अयोध्या को माना गया है.वहीं वैदिक काल में इसका वर्णन किताबों में पढ़ने को मिलता है. लेकिन अयोध्या भगवान के राम से जाना जाता है.
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इसलिए इसे भगवान राम की नगरी कहा जाता है. क्योंकि यहां भगवान राम का जन्म हुआ था.रामलला की मूर्ति की पूजा और रामायण के घटनाक्रमों के चलते यह स्थान हिन्दू धर्म के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है. फिलहाल सरकार ने भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनवाया है. जिसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना निर्धारित है.
अयोध्या ने बुद्धिस्ट और जैन साहित्य में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.मुगल साम्राज्य के समय में अयोध्या एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र रही है. मुगल बादशाह अकबर ने यहां अपने राजा बीरबल के साथ अपने धार्मिक और सांस्कृतिक चर्चाओं के लिए जाने जाते हैं.
ब्रिटिश शासन के दौरान,अयोध्या का सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व कम हो गया, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बना रहा
अयोध्या का नाम राम मंदिर की घटना के संबंध में बहुत चर्चा में रहता है. राम जन्मभूमि विवाद के कारण, अयोध्या ने अधिकतर समय चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है.सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद,राम मंदिर के निर्माण का कार्य 2020 में शुरू हुआ