Health News :
Health News : मोबाइल के अंधाधुंध इस्तेमाल और इससे होने वाली तकलीफों पर आईआईटी भिलाई ने एम्स रायपुर के साथ मिलकर साइंटिफिक और टेक्निकल रिसर्च की है। इसमें सामने आया कि करीब 8 साल तक गलत स्थिति में बैठ और खड़े होकर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बैक व स्पाइन से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
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Health News : एम्स रायपुर ने अस्पताल में आने वाले मरीजों के फीडबैक के आधार पर नैक और स्पाइन संबंधी बीमारियों का सर्वे किया, जिसमें सर्वाधिक मरीजों ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल अधिक समय तक करने की जानकारी दी। इसके बाद डाटा आईआईटी भिलाई के साथ शेयर किया गया, जिसके बाद टेक्निकल तौर पर इसमें रिसर्च शुरू हो गई।
मोबाइल फोन को पकड़ने और गर्दन नीचे झुकाकर लंबे समय तक फोन इस्तेमाल करने के दौरान नैक और स्पाइन पर पड़ रहे दबाव का अध्ययन किया। गर्दन को सीधे रखकर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की स्थिति में गर्दन पर सिर्फ 5 किलोग्राम के बराबर वजन पड़ा, वहीं 30 डिग्री के एंगल में गर्दन को झुकाकर फोन इस्तेमाल करने पर वजन 40 फीसदी तक बढ़कर 18 किलोग्राम हो गया।
गर्दन को पूरी तरह नीचे झुकाकर 60 डिग्री में वजन एक तरफा बढ़कर 27 किलोग्राम तक पहुंच गया। रिसर्च में सामने आया कि करीब एक घंटा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर गर्दन की हड्डी में दर्द शुरू हो जाता है, लेकिन लोग अपना सिटिंग पैटर्न को ठीक नहीं करते।
आईआईटी के सहायक प्राध्यापक और इस प्रोजेक्ट में मेंटर डॉ. जोस इमैनुअल आर ने बताया कि करीब 93 फीसदी मोबाइल फोन युवाओं के हाथों में है। करीब 37 फीसदी युवा दिन में 7 घंटे रील्स, म्युजिक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम आदि का इस्तेमाल करते हैं, उनकी स्पाइन और हैड नैक संबंधी समस्याएं होने का खतरा बढ़ गया है।
– बीच-बीच में गर्दन को घुमाते रहें।
– 2 से 10 डिग्री तक गर्दन झुकाकर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करें।
– लेटकर मोबाइल देखने की बजाय सीधे बैठकर मोबाइल प्रयोग करें।
– बीच-बीच में आराम लेते रहें।
– बच्चों को मोबाइल, टेबलेट की बजाय मैदान में खेलने के लिए प्रेरित करें।
– बच्चों को अगर मोबाइल फोन की आदत लगेगी तो वे शारीरिक गतिविधियां नहीं करेंगे, जिससे मोटापा बढ़ेगा।
– बच्चों के साथ समय बिताएं, उनको बाहर घुमाने ले जाएं, उनको दौड़ आदि खेल खिलवाएं।