पुरानी मंडी का हनुमान मंदिर उपेक्षित…मंडी की लापरवाही उजागर


:दिलीप गुप्ता:

सरायपाली :- कृषि उपज मंडी जब पुराने स्थान में था उस समय तत्कालीन मंडी अध्यक्ष द्वारा परिसर के अंदर एक हनुमान मंदिर का निर्माण किया गया था । इस मंदिर का लोकार्पण जोर शोर से किया गया था ।
जब तक मंडी यहां थी तब तक प्रतिदिन पुजारी के माध्यम से नियमित पूजा हुआ करती थी पर जैसे ही मंडी नए स्थान पर स्थान्तरित होकर गई उसके बाद इस मंदिर के दुर्दिनों के दिन शुरू हो गए स्थिति आज यह है कि भारी गंदगी व दुर्गन्ध के कारण कोई पास भी खड़ा नही हो सकता ।

पद में रहते हुवे मंदिर तो बनवा दिया गया पर आज वह किस स्थिति में है इसकी न तत्कालीन पदाधिकारी को है न ही मंडी प्रशासन को और न ही किसी हिन्दुओ व हिन्दू संगठनों को । जबकि यहाँ सब्जी बाजार प्रतिदिन लगता है सब देख रहें हैं पर फल कोई नही कर रहा । ताकि मंदिर व हनुमान जी को इस गंदगी व दुर्गन्ध से निकाला जा सके ।


ज्ञातव्य हो कि मंडी जब जब अपने पुराने जगह में थी वहां हमेशा चहल पहल रहा करती थी । कार्यालय भी यहीं था उस समय तत्कालीन हनुमान भक्त मंडी अध्यक्ष द्वारा हनुमान मंदिर का निर्माण कर जोर शोर से प्राण प्रतिष्ठा कर मंदिर का लोकार्पण भी किया गया । पर जब से पद व मंडी जाने के बाद किसी ने भी इस मंदिर के स्थिति की ओर झांका तक नही । समय के साथ साथ यह मंदिर अवैध कब्जों व देखरेख के अभाव में दब के रह गया ।

आज मंदिर के सामने सब्जी बेचने वाले दुकान लगा रहे हैं । स्थिति मंदिर की इतनी खराब ही कि मंदिर के पास रुक पाना भी सम्भव नही है । भारी गंदगी , मिट्टी , कचरों से भरा पड़ा है । सब्जी बेचने वाले मंदिर के सामने अपने फायदे के लिए मुरुम पाटकर ऊंचा कर दिए जाने से मंदिर और धरातल पर चले गया । वही मंदिर के सामने लोहे के जाली व कपडो से ढंकने का भी प्रयास किया जा रहा है । हिन्दू धार्मिक स्थल व मंदिर की यह दुर्गति अक्षम्य है ।


इस मंदिर के पुनरुद्धार के लिए मंदिर किसी हनुमान भक्त का इंतजार कर रहा है । तंकि वह आये व मंदिर पुनः अपनी पुरानी पहचान दिला सके ।
आये दिनों हिन्दू समाज के लोग व संघ संगठनों द्वारा विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो में लाखों रुपये फुंक रहे है विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन कर अपनी फ़5 व प्रतिष्ठा पाने के लिए एक ही रात के लिए लाखों रुपये बहा रहें पर एक पुराने मंदिर को पुनर्स्थापित किये जाने के लिए किसी के पास समय है न ही धन ।

नगर में अनेक हिन्दू समाज व उनसे संबंधित अनेक संघठन हैं । जैसे भाजपा , विहिप , आरएसएस , बजरंगदल , रामराज परिवार जैसे अनेक हिंदूवादी संगठन हैं ।पर किसी को भी इस मंदिर को पुनर्स्थापित किये जाने की चिंता नही है ।


इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए संगम सेवा समिति के संस्थापक प्रखर अग्रवाल को संज्ञान में लेंना चाहिए । सभी के संयुक्त प्रयास से यह भूल व विसरित चुके हनुमान मंदिर को पुनः पुनर्स्थापित किये जाने का प्रयास करना चाहिये ।

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