नई दिल्ली। भारत में एच-1बी वीजा के अपॉइंटमेंट बड़े पैमाने पर रद्द किए जाने से आवेदकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अपॉइंटमेंट निरस्त होने के कारण वीजा प्रक्रिया में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे आवेदकों को अपनी यात्रा और करियर योजनाओं को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच अमेरिका में कार्यरत भारतीय एच-1बी वीजा धारक भी अपना वीजा नवीनीकरण कराने के लिए भारत आने की योजनाओं को फिलहाल टाल रहे हैं। जानकारी के अनुसार, अमेरिकी दूतावासों में वीजा स्टैम्पिंग अपॉइंटमेंट में 12 महीने तक की देरी हो रही है, जिसके चलते वीजा धारकों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
टेक कंपनियों ने कर्मचारियों को दी सलाह
बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल और गूगल का प्रतिनिधित्व करने वाली आव्रजन फर्मों ने कर्मचारियों को मेमो जारी कर सलाह दी है कि वे वीजा अपॉइंटमेंट के लिए अपने देश की यात्रा न करें, क्योंकि इससे प्रक्रिया में भारी देरी हो सकती है। एच-1बी वीजा धारकों को फिलहाल सभी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं से बचने की सलाह दी गई है।
अमेरिका की कई प्रमुख टेक कंपनियों और अन्य संस्थानों ने भी अपने कर्मचारियों से कहा है कि यदि वे पहले से अमेरिका में हैं, तो अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने से बचें। एक पेशेवर ने बताया कि वह एक टेक कंपनी में कार्यरत है और भारत पहुंचने पर उसे जानकारी मिली कि उसकी वीजा अपॉइंटमेंट दिसंबर से बढ़ाकर अप्रैल कर दी गई है।
नियमों में सख्ती का असर
वीजा अपॉइंटमेंट तिथियों में बदलाव को एच-1बी और एच-4 आश्रित वीजा आवेदनों के लिए लागू की गई सोशल मीडिया जांच नीति से जोड़ा जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यह नीति राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है। हालांकि, इस सख्ती के कारण कई आवेदकों को 2026 के मध्य या अंत तक की नई तिथियां मिली हैं, जबकि कुछ मामलों में 2027 तक की अपॉइंटमेंट दी गई है।